mp : उज्जैन महाकाल नगरी में बदरा मेहरबान, रिमझिम और तेज बारिश का दौर जारी

Update: 2023-09-08 10:22 GMT
मानसून के सीजन में अगस्त से लगा बारिश का ब्रेक अब हट गया है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के असर से शहर सहित पूरे जिले में बारिश हुई है। बीते 24 घंटे में शहर के अलावा जिले में एक इंच से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस बारिश से खेतों में सूखी फसलों को लेकर चिंतित किसानों को भी कुछ उम्मीद बंधी है। कोई प्रभावी सिस्टम नहीं होने की वजह से अगस्त के तीसरे सप्ताह से बारिश का दौर थमा हुआ था। इसके अलावा लगातार तेज धूप निकलने की वजह से खेतों में सोयाबीन की फसल सूख गई थी।
 लगातार वर्षा के कारण शहर की अनेक सड़क और निचले इलाकों में पानी जमा हो गया। निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़कों पर पानी भरा होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
24 घंटे में हो गई चार इंच से अधिक बरसात
पूरे जिले तथा शहर में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। कल कुछ देर के लिए पानी रुका था और आज सुबह से तेज बारिश शुरू हो गई तथा पिछले चौबीस घंटे में चार इंच से अधिक वर्षा हुई है तथा गंभीर डैम लबालब हो गया है, उसके गेट खोलने पड़ेंगे। वहीं, शिप्रा में बाढ़ की स्थिति हो गई है। नगर निगम कंट्रोल रूम में पानी भराने की कई शिकायतें पहुंची हैं। अगस्त के पूरे माह में बहुत कम बारिश दर्ज की गई। वहीं, सितंबर के शुरुआत में भी बिल्कुल बारिश नहीं हुई थी। छह सितंबर के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ है और हर दिन थोड़ी-थोड़ी बारिश हो रही थी। लेकिन कल रात से झमाझम बारिश शुरू हो गई है, जो आज सुबह तक जारी है। उज्जैन शहर में पिछले 24 घंटे के दौरान लगभग चार इंच वर्षा हो चुकी है और अब तक कुल 28 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
जिले की बात की जाए तो अब तक जिले में पिछले 24 घंटे में दो इंच वर्षा हो चुकी है और पूरे जिले में पानी बरस रहा है। कुल मिलाकर इस सीजन में अब तक 25 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है, जबकि पिछली बार आज तक जिले में 38 इंच बारिश हो चुकी थी। मतलब, अभी भी बारिश के मामले में जिला करीब 13 इंच पीछे है। यदि इसी प्रकार की झमाझम चलती रही तो औसत वर्षा 36 इंच का आंकड़ा हो सकता है। इससे आने वाले दिनों में गेहूं, चने की फसल अच्छी होगी, क्योंकि सोयाबीन की फसल तो ऊंचे स्थानों पर जो उगाई गई है, वह बिगड़ चुकी है। आज सुबह से झमाझम का दौर जारी है और मौसम विभाग ने भी मध्यम से भारी बारिश की घोषणा और अलर्ट जारी किया है। इस सीजन में सबसे अधिक बारिश अब तक 31 इंच से अधिक तराना और नागदा में दर्ज की गई है। वहीं, सबसे कम बारिश घटिया तहसील में मात्र 16.5 इंच बारिश ही दर्ज की गई है।
24 घंटे में जिले में वर्षा की स्थिति
 गंभीर डैम में दो दिन में बढ़ गया 54 एमसीएफटी पानी
दो दिन से हो रही बारिश से गंभीर डैम का जल स्तर फिर से बढ़ने लग गया है। दो दिन की बारिश में डैम में अब तक 54 एमसीएफटी पानी बढ़ गया है और आवक लगातार बनी हुई है। इस वर्ष पिछले माह हुई बारिश के दौरान गंभीर डैम शुरुआत में ही भर गया था और सीजन में फिर से बारिश होगी। इस उम्मीद से गंभीर डैम में 2100 एमसीएफटी पर एमसीएफटी पर मेंटेन किया गया था। लेकिन पूरे अगस्त माह में बारिश नहीं हुई और गंभीर डैम से पानी लगातार घट रहा था। शनिवार को गंभीर डैम मैं 2091 एमसीएफटी पानी बचा था और इसमें पूरा वर्ष भर चलना था। तब बारिश नहीं हो रही थी तो सभी को चिंता हो रही थी। लेकिन पिछले दो दिनों से शहर में और जिले में जमकर बारिश शुरू हो चुकी है और गंभीर डैम के कैचमेंट एरिया में बारिश का लगातार दौर चलने से डैम में दो दिनों के दौरान ही 54 एमसीएफटी पानी की आवक हो चुकी है।
आज सुबह गंभीर डैम में 2145 एमसीएफटी पानी जमा हो गया है और लगातार पानी बढ़ने की स्थिति बनी हुई है। डैम के प्रभारी के अनुसार, लगातार पानी की बढ़त हो रही है और जब डैम में 2200 एमसीएफटी पानी हो जाएगा तो इसके उसे मेंटेन करने के लिए गेट खोले जाएंगे। अभी फिलहाल यह स्थिति नहीं है, लेकिन आज दिनभर अगर लगातार बारिश डैम के कैचमेंट एरिया में होती है तो कल तक गेट खोलने के हालात बन सकते हैं।
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