3 दिन बाद मिला लापता ट्रेनी कैप्टन का शव, बछवाड़ा नदी से किया गया रेस्क्यू
3 दिन बाद मिला लापता ट्रेनी कैप्टन का शव
मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम के पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर के लापता ट्रेनी कैप्टन का शव मिल गया है। कैप्टन 15 अगस्त को जबलपुर से पचमढ़ी के लिए कार से निकले थे। और भारी बारिश के बीच पत्नी से मिलकर लौट रहे थे। लेकिन उनकी आखिरी लोकेशन नर्मदापुरम जिले के माखननगर में नसीराबाद रोड बछवाड़ा में नदी की मिली थी।
कर्नाटक के रहने वाले ट्रेनी कैप्टन पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे थे। और जबलपुर में उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट गोपीचंदा रहती हैं। 3 महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी। 13 अगस्त को वे पत्नी से मिलने जबलपुर गए थे। और 16 अगस्त को सुबह 6 बजे उन्हें सेंटर पहुंचना था लेकिन सेंटर नहीं पहुंचे। ऐसे में कैप्टन की पत्नी को पता चला कि 15 अगस्त को ही कार से दोपहर में पचमढ़ी के लिए हुई थी।
जिसके बाद पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर के कर्नल राजेश पाटिल ने निर्मल शिवराजन की गुमशुदगी पचमढ़ी थाने में दर्ज कराई थी। नर्मदापुरम जिले के अलावा रायसेन, सीहोर जिले की शाहगंज पुलिस और आर्मी एजुकेशन सेंटर का स्टाफ भी तलाश रहा था।
दरअसल गुरुवार सुबह बछवाड़ा नदी में उनका शव मिला है। इसे लेकर अधिकारी ने बताया कि कार मिलने के बाद गोताखोर और आर्मी के जवानों के साथ नाव से सर्चिंग की तो बबूल के पेड़ में फंसा शव नजर आया। इसके बाद शव को पीएम के लिए माखन नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है।
अधिकारी ने आगे बताया कि रात 8 बजे पत्नी से उनकी मोबाइल पर आखिरी बार बात हुई थी। जबलपुर से बनखेड़ी, पिपरिया होते हुए पचमढ़ी पहुंचने का सीधा रास्ता है, लेकिन ज्यादा बारिश होने से पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। ऐसे में वे बाड़ी, बरेली, नसीराबाद मार्ग होते हुए पचमढ़ी जा रहे थे।
वहीं रायसेन के बाडी के पास टोल पर 15 अगस्त की रात कैप्टन की कार CCTV फुटेज में दिखी थी। और उसी रात मोबाइल की आखिर लोकेशन बछवाड़ा गांव दिखा रही थी। यहीं से उन्होंने पत्नी को कॉल किया था।