इंदौर में मेट्रो के ट्रायल के लिए अब नौ माह का समय ही बचा है। अगले साल सितंबर में सुपर कारिडोर के करीब पांच किलोमीटर के ट्रैक पर ट्रायल रन किया जाएगा। इसके पहले एक अहम पड़ाव आ गया है। अगले माह से कोलकाता की कंपनी पटरी बिछाने का काम शुरू कर देगी। ट्रायल रन में तीन कोच की ट्रेन चलेगी। इसके लिए फ्रांस की आलस्ट्राम कंपनी को ठेका पहले दिया जा चुका है। जुलाई में इसके लिए ट्रेन आ जाएगी।
मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण के 17.5 किलोमीटर का काम तेजी से चल रहा है। पिलर का काम लगभग पूरा हो गया है। अब इसे सेगमेंट से जोड़ने का काम चल रहा है। कोलकाता की जिस कंपनी को पटरी बिछाने का काम दिया गया है, वह अगले माह से काम शुरू करेगी। मेट्रो ट्रेन की पटरी सामान्य रेल की पटरी से अलग होती है। इसमें गिट्टी का उपयोग नहीं होता है। इसलिए पटरी बिछाने के लिए दूसरी तैयारी करनी होती है। अधिकारियों का कहना है कि अगले माह के अंत तक से पटरी बिछाने का काम शुरू हो जाएगा।
मेट्रो के ट्रायल रन के लिए ट्रेन भी जुलाई माह के प्रांरभ में आ जाएगी। अभी तीन कोच की ट्रेन होगी। इसके बाद इसमें कोच की संख्या बढ़ाई जा सकती है। इंदौर में कुल 26 ट्रेनें चलेंगी। गांधीनगर में इसका डिपो बन रहा है। इसमें ट्रेनों के रखरखाव की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा यहां पर बन रहे स्टेशन के लिए सुपर कारिडोर की मुख्य सड़क को बंद किया जाएगा। इसके लिए तैयारी कर दी गई है। सर्विस रोड को ठीक किया जा रहा है। एक -दो दिन में यहां पर ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया जाएगा। यह मेट्रो कारिडोर का एकमात्र स्टेशन होगा, जहां पर तीन ट्रैक रहेंगे। इनमें दो ट्रैक पर ट्रेन चलेगी। तीसरे से ट्रेन डिपो में आएगी।