मध्य प्रदेश: खंडवा केबिन से रेलवे स्टेशन के बीच सीआरएस निरीक्षण के दौरान 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन

Update: 2023-01-09 15:57 GMT
खंडवा (मध्य प्रदेश) : रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) आरएल शर्मा और उनकी टीम ने सोमवार को खंडवा केबिन से रेलवे स्टेशन तक साढ़े पांच किलोमीटर में बिछाई गई ब्रॉडगेज लाइन का निरीक्षण किया. सोमवार सुबह टीम खंडवा पहुंची और स्पीड ट्रायल शुरू किया। निरीक्षण के बाद दोपहर 2 बजे खंडवा केबिन से स्टेशन तक साढ़े पांच किलोमीटर ट्रैक पर भुसावल डीआरएम 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बैठ गए.
स्टेशन पहुंचने पर शहर के लोगों ने ट्रेन का स्वागत किया. आयुक्त शर्मा ने कुछ कमियों को पूरा करने पर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा। रतलाम मंडल व भुसावल मंडल के अधिकारियों ने खंडवा-सनावद ट्रेन की सौगात जनवरी तक मिलने की संभावना जताई है.
इससे पूर्व सुबह रेलवे स्टेशन पर पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा आयुक्त आरएल शर्मा, भुसावल मंडल के डीआरएम एसएस केडिया और रतलाम मंडल के डीआरएम रजनीश कुमार भी मौजूद रहे.
पूजा के बाद ट्रैक पर खड़ी सात ट्रॉलियों में अधिकारी रवाना हुए। स्टेशन से कुछ ही दूरी पर ट्रैक के पास पुरानी मीटर गेज लाइन के कुछ सिगनल पिलर देखे तो उन्हें हटाने के निर्देश दिए। इसके बाद टीम चिड़िया मैदान रेलवे क्रासिंग पर पहुंची तो उन्होंने यहां रेलवे फाटक पर प्वाइंट नहीं होने पर नाराजगी जताई। चौकी पर अतिरिक्त ट्रैक के बीच ट्रैक के गैप के बारे में जब गार्ड व सीनियर इंजीनियर से पूछा गया तो वे यह नहीं बता सके.
एक अन्य अधिकारी ने गलत जवाब दिया जिस पर कमिश्नर शर्मा ने खुद उन्हें सही गैप की जानकारी दी। इसके बाद टीम रामेश्वर अंडरपास पहुंची। यहां पुलिया के नीचे पहुंचने पर दोनों हिस्सों के बीच ज्यादा गैप नजर आया और एक जगह बाद में प्लास्टर चढ़ा हुआ नजर आया। जिस पर रेल सुरक्षा आयुक्त ने इसकी पहले वाली स्थिति का फोटो मांगा। फोटो नहीं होने पर अधिकारियों को फटकार लगाई।
उन्होंने कहा कि काम ऐसा करना चाहिए कि वह 100 साल तक रहे, ऐसा काम न करें जो सिर्फ दस साल तक चलता हो। पुलिया की जांच का रिकॉर्ड देखा। उसमें जांच अभियंता के हस्ताक्षर नहीं मिले। जब अधिकारी ने पूछा कि आपने किस तारीख को निरीक्षण किया तो वह जवाब नहीं दे सके। इस संबंध में जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने लाल चौकी रेलवे क्रासिंग का भी निरीक्षण किया।
सीआरएस के ट्रैक निरीक्षण के बाद ट्रेन को सनावद (ओंकारेश्वर रोड) तक चलाने पर निर्णय लिया जाएगा। रेल सलाहकार समिति से जुड़े मनोज सोनी का कहना है कि एक जनवरी 2017 से आमान परिवर्तन के लिए खंडवा से सनावद के बीच रेल परिचालन बंद कर दिया गया था.
Tags:    

Similar News

-->