मध्य प्रदेश: योग आयोग गठन के आदेश, अशासकीय सदस्यों का कार्यकाल 5 साल होगा
पढ़े पूरी खबर
स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से योग आयोग के गठन के आदेश जारी कर दिए गए। आयोग के अध्यक्ष स्कूल शिक्षा मंत्री होगी। आयोग प्रदेश में योग के प्रति जागरूकता, प्रचार-प्रसार और योग शिक्षा को बढ़ावा देने का काम करेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग आयोग के गठन का ऐलान किया गया था। जिसके बाद स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की अध्यक्षता में स्कूल शिक्षा विभाग ने योग आयोग के गठन संबंधी आदेश जारी कर दिए। योग आयोग प्रदेश में योग शिक्षा को बढ़ावा देने, योग के प्रति जागरूकता, प्रचार-प्रसार और राज्य के प्रत्येक नागरिक को स्वस्थ जीवन शैली एवं निरोग जीवन जीने के लिए प्रेरित करने के कार्य करेगा। योग आयोग का प्रशासकीय विभाग स्कूल शिक्षा विभाग होगा। आयोग अपनी गतिविधियों का संचालन महर्षि पतंजलि संस्कृति संस्थान के माध्यम से करेगा। आयोग का स्वतंत्र कार्यालय शासकीय योग प्रशिक्षण केंद्र भोपाल में स्थापित होगा।
योग आयोग की संरचना
आयोग के उपाध्यक्ष महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के पदेन अध्यक्ष और सचिव महर्षि पतंजलि संस्कृति संस्थान के पदेन सचिव होंगे।
योग के क्षेत्र में कार्य अनुभव रखने वाले शासन द्वारा मनोनीत पांच अशासकीय सदस्य भी आयोग में रहेंगे।
आयोग में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, आयुष एवं चिकित्सा शिक्षा, सामाजिक न्याय, खेल एवं युवा कल्याण, जनजाति कार्य, अनुसूचित जाति विकास और पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव/ प्रमुख सचिव के प्रतिनिधि शासकीय सदस्य होंगे।
आयोग में आवश्यकतानुसार नेहरू युवा केंद्र, राष्ट्रीय सेवा योजना, नेशनल कैडेट कोर, स्काउट गाइड और अन्य समूह के सदस्यों को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाया जा सकेगा।
अशासकीय सदस्यों का कार्यकाल 5 वर्ष का होगा।
योग आयोग का उद्देश्य
योग आयोग प्रशासकीय विभाग द्वारा गठित निकाय होगा जो योग संबंधी जागरूकता प्रचार-प्रसार और योग शिक्षा को बढ़ावा देगा, ताकि बाल्यावस्था से आजीवन, योग जीवन का हिस्सा बन सके।
योग आयोग के कर्तव्य
यह आयोग, योग से संबंधित योजना और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन और समीक्षा करेगा। योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं और व्यक्तियों को सम्मानित करने एवं पुरस्कार के लिए चयन करेगा। साथ ही आवासीय और गैर आवासीय योग प्रशिक्षणों का आयोजन करेगा। शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों और विद्यार्थियों में योग को बढ़ावा देगा। शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए योग हेतु प्रेरित करेगा और आवश्यकतानुसार प्रशिक्षणों का आयोजन भी करेगा।