मध्यप्रदेश : अब रेस की नहीं रेस्ट की उम्र : नरोत्तम मिश्रा
रेस लगाने की चुनौती वाले बयान पर उन्होने ये तंज कसा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने कमलनाथ (kamalnath) के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा है कि उनकी उम्र अब रेस की नहीं रेस्ट की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) से रेस लगाने की चुनौती वाले बयान पर उन्होने ये तंज कसा।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 'कमलनाथ जी की जिंदादिली को सलाम है लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि उनकी उम्र रेस लगाने की नही रेस्ट करने की है। वैसे वह रेस लगाने की जगह विकास की रेस लगाते तो उनके विधायक उन्हें छोड़कर नही जाते, पार्टी नही टूटती। वैसे भी मुंह चलाने व काम करने में बहुत अंतर होता है।मेरी तो कमलनाथ जी को सलाह है कि वह इस उम्र में रेस लगाने का जोखिम नहीं लें।'कांग्रेस द्वारा मीडिया के सामने कागजी दस्तावेज प्रस्तुत कर अपनी सरकार के समय हुए विकासकार्यो का दावा करने की बात पर गृह मंत्री ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने कागजों में ही विकास कार्य किये हैं, इसलिए उन्हें काग़ज़ दिखाने पड़ रहे है। अगर उन्होंने जमीनी कार्य किए होते तो कागज दिखाने की जरूरत नहीं पड़ती। जमीन पर किया गया विकास सभी को दिखता है। उन्होने कहा कि कांग्रेस ने जो भी दावे ओर वादे किए सब कागजी किये। उन्होंने किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ करने का कागज पर वादा किया और वह कागजी ही रह गया। बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा किया वह भी कागजी ही सिद्ध हुआ। कहने का अर्थ यह है कि कांग्रेस विकास हो या वादे सब कागजो में करके भूल जाती है। गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की दुर्दशा का यह भी एक बड़ा कारण है।
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