मध्यप्रदेश : 35 जिलों में भारी बारिश-बिजली का अलर्ट
4 जिलों में बिजली गिरने और चमकने की चेतावनी जारी की गई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : मध्य प्रदेश में लगातार 3 दिनों से हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए है, नसरुल्लागंज – इंदौर हाईवे बंद हो गया है, सड़के जलमग्न हो गई और कई जिलों के गांवो में तो स्थिति बाढ़ सी बनती नजर आ रही है। वही बंगाल की खाड़ी में ओडिशा पर जो कम दबाव बन रहा है,उससे 24 घंटे के अंदर फिर भारी बारिश होने की संभावना है। एमपी मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज मंगलवार 12 जुलाई 2022 को 35 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वही 5 संभागों और 4 जिलों में बिजली गिरने और चमकने की चेतावनी जारी की गई है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather alert ) के अनुसार, आज मंगलवार 12 जुलाई को 35 जिलों में गरज चमक के साथ भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसमें भोपाल, उज्जैन,इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के साथ उमरिया, दमोह, सागर और गुना जिले में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वही इन संभागों और जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने और चमकने का भी अलर्ट जारी किया गया है।इधर ग्वालियर चंबल में 15 जुलाई से बाद बारिश और मानसून में तेजी आएगी और फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू होगा।एमपी मौसम विभाग (MP Weather Forecast ) के अनुसार, वर्तमान में 5 वेदर सिस्टम एक्टिव है। उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में दक्षिणी ओडिशा एवं उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है, साथ ही हवा के ऊपरी भाग में साढ़े सात किलोमीटर की ऊंचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है। वही मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, गुना, दमोह, पेंड्रा रोड, बलांगीर से कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है, जो हवा के ऊपरी भाग में 1.5 किलोमीटर तक बनी हुई है। पूर्वी पश्चिमी हवाओं का संयोजन लगभग मध्य प्रदेश की सीमा में महाराष्ट्र में बनी हुई है, जो कि 1.5 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना हुआ है। पश्चिमी तटीय द्रोणिका गुजरात से कर्नाटक तक बनी हुई है
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