भोपाल न्यूज़: केरवा लाइन महज दो साल बाद ही शिफ्ट होना शुरू हो गई है. कोलार सिक्सलेन प्रोजेक्ट में आ रही लाइन को अब किनारों पर दस मीटर दूरी पर शिफ्ट किया जा रहा है. इसके लिए करीब 17 करोड़ रुपए का बजट तय किया गया है.
ठेका एजेंसी ने ये काम शुरू किया. इसके लिए ट्रकों में भरकर पाइप मंगाए गए हैं. केरवा से कोलार को जलापूर्ति प्रोजेक्ट करीब पांच साल पहले शुरू किया गया था. इसके तहत लाइन बिछाई और चार टंकियों से पानी करीब 40 हजार उपभोक्ताओं को भेजा जा रहा है. दो साल से नियमित आपूर्ति हो रही है, लेकिन 222 करोड़ रुपए के सिक्सलेन प्रोजेक्ट में रोड को 110 फीट तक चौड़ा किया जा रहा है. सीमेंट कांक्रीट की छह लेन रोड में ये लाइन बीच में ही आ रही थी. ऐसे में इसे नए सिरे से किनारे पर शिफ्ट करने की योजना बनी. काम शुरू हो गया है. कोलार की करीब दो लाख की आबादी को केरवा से पानी दिया जाता है.
सीवेज लाइन वहीं रहेगी, भविष्य में बढ़ेगी दिक्कत
कोलार रोड पर पानी की लाइन के साथ सीवेज लाइन भी बिछी हुई है. पानी की लाइन को तो शिफ्ट किया जा रहा है लेकिन सीवेज की 1500 एमएम की लाइन को शिफ्ट करना मुश्किल है. ऐसे में अब इसके चैंबर को ऊंचा करके सड़क का हिस्सा बना दिया जाएगा. भविष्य में सीवेज लाइन को साफ करना हुआ या फिर कुछ काम करना हुआ तो ट्रैफिक रोककर काम करना होगा.
आगामी समय में बढ़ेगी बिजली कटौती
कोलारवासियों को इस साल बिजली गुल की दिक्कत से जूझना पड़ेगा. सिक्सलेन के लिए बिजली खंभों की शिफ्टिंग भी की जा रही है. बैरागढ़ चीचली तक काम हो भी गया है. अब ये ललिता नगर से सर्वधर्म की ओर बढ़ेगा.