Khandwa: जिले में दर्ज हुई 22.5 इंच बारिश

Update: 2024-08-12 05:22 GMT
 Khandwaखंडवा: जिले में मानसूनी बारिश का दौर लगातार जारी है। शुक्रवार सुबह से लगातार हो रही बारिश रविवार तक भी दिनभर होती रही। हालांकि इस बीच दोपहर में कुव्ह देर हल्की धूप भी निकली, लेकिन मौसमी हालात ऐसे हैं कि धूप ना के बराबर ही निकल रही है, जिसका असर फसलों के साथ ही लोगों के स्वास्थ्य पर भी हो रहा है। इससे एक ओर तो फसलें ग्रोथ नहीं कर पा रही हैं, तो वहीं किसान भी खेतों में खाद और दवा का छिड़काव
तक नहीं कर पा रहे हैं।
खेतों में निंदाई, कोलपा ना चलने से खरपतवार बढ़ गई हैं। इधर अस्पतालों में भी बीमारों का मेला लगा हुआ है। बता दें कि इस साल खंडवा जिले में अब तक 22.5 इंच बारिश दर्ज हुई है। रविवार को खंडवा तहसील में डेढ़ इंच बारिश हुई। जहां खंडवा में सबसे ज्यादा 35 मिमी, खालवा में 31 मिमी, नया हरसूद में 23, पंधाना में 13 व पुनासा में 8 मिमी बारिश हुई है। इधर पिछले साल इस दिन कोई बारिश दर्ज ही नहीं हुई थी।
पिछले साल के मुकाबले इस साल 7 इंच ज्यादा हुई बारिश
खंडवा जिले के बारिश के तुलनात्मक आंकड़ों को देखा जाए तो, 11 जून तक जिले में औसत बारिश 556 मिमी हुई है। पिछले साल इस दिन तक यहां 390 मिमी बारिश ही हो पाई थी। जोकि इस साल लगभग 170 मिमी अधिक यानी करीब 7 इंच बारिश पिछले साल से अब तक ज्यादा हो चुकी है। वहीं पिछले साल हरसूद तहसील में इस दिन तक 663 मिमी बारिश हो चुकी थी। यह रेकार्ड बारिश थी। हालांकि, सुखद बात यह हैं कि इस सीजन में अब तक रिकॉर्ड 23 इंच बारिश हो चुकी हैं। वहीं सीजन के अंत तक जिले का 32 इंच बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा।
लगातार हो रही बारिश से बढ़ रही परेशानियां
जिले में लगातार हो रही वर्षा से हर वर्ग परेशान हो गया है और अब सभी मौसम के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। क्षेत्र के किसानों के माथे पर भी लगातार हो रही वर्षा के कारण बनी चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं। क्योंकि यह वर्षा खरीफ की फसल को प्रभावित कर रही है। लगातार वर्षा के कारण खेतों में जल भराव की स्थिति बन रही है तो वहीं कच्चे घरों की दीवारों व जमीनों में भी सीलन तक आ गई है। वहीं लगातार नमी से पशु भी बीमार हो रहे हैं। जल जमाव व गलियों में गंदगी होने से बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है ।
जिले में सवा दो लाख हेक्टेयर में है सोयाबीन
खंडवा जिले में लगातार हो रही वर्षा अब फसलों के लिए भी संकट ला रही है। हालांकि राहत की बात ये है कि, फसलों में फिलहाल बीमारियों, इल्लियों और कीटों का प्रकोप नहीं है, लेकिन लगातार हो रही वर्षा से सोयाबीन के परगना धुलने से फल्लियां कम बैठने की आशंका जरूर जताई जा रही है। बता दें कि जिले में करीब दो लाख 24 हजार हेक्टेयर रकबे में सोयाबीन फसल की बोवनी की गई है। वहीं इस मानसून सीजन में लंबे समय से हो रही रिमझिम वर्षा से, फसलों में छेदक इल्लियों से बचाव के लिए, किसान दवाइयों का छिड़काव भी कर रहे हैं।
वर्षा रुककर अब मौसम का खुलना जरूरी
जिले में बारिश के बाद बनी फसलों की स्थिति पर बात करते हुए कृषि विभाग के आला अधिकारियों ने बताया कि, फिलहाल जिले में फसलों की स्थिति ठीक है, लेकिन वर्षा के कारण फूल पर आ रही, सोयाबीन के परगना धुलने से उसकी फल्लियाँ कम बैठने का संभावना है। वहीं अब मौसम खुलना भी जरूरी है, नहीं तो फसल पीलीे होकर सड़ने लगेगी। जिले के खालवा क्षेत्र में कुछ किसानों की सोयाबीन की हाइट चार फीट तक हो चुकी है, ऐसे में मौसम के चलते वहां की फसल आड़ी हो रही है।
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