गांधी मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर सरस्वती मामले में गायनी विभाग की एचओडी डॉ. अरुणा कुमार को हटा दिया है। उनकी जगह पर डॉ. भारती सिंह परिहार को नया एचओडी बनाया गया है। इसके बावजूद जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। जूडा का कहना है कि डॉ. अरुणा कुमार को हटाने समेत उनकी मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने डीन को पत्र लिखकर मांग की है कि डॉ. अरुणा कुमार को कॉलेज से हटाया जाए। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रहेगी। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का कहना है कि उनको दूसरे संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है। यदि उनकी मांग पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाता है तो दूसरे कॉलेज के जूनियर डॉक्टर भी हड़ताल पर चल जाएंगे। बता दें बुधवार को जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते मरीज परेशान हुए और कई मरीजों के ऑपरेशन टॉलने पड़े।
जूडा ने डीन को पत्र में लिख कर गायनी विभाग की नई प्रभारी एचओडी डॉ. भारती परिहार के व्यवहार पर भी सवाल उठाए है। उन्होंने लिखा कि जूडा बुधवार को एडमिन ब्लॉक के सामने प्रदर्शन कर रहा था, तब उनको डॉ. भारती ने धमकाया था। साथ ही गायनी विभाग के जूनियर डॉक्टर को भी व्यक्तिगत धमकी दी थी। जूडा ने उनको प्रभार देने पर सवाल उठाए है। इसके अलावा डॉ. सरस्वती आत्महत्या मामले में डॉ. अरुणा कुमार को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की बात भी लिखी है। जूडा का कहना है कि जब तब मांगे पूरी नहीं होती उनकी हड़ताल जारी रहेंगी।
यह मांग भी है जूडा की
- घटना के लिए जिम्मेदारों को तुरंत निलंबित किया जाए।
- एक कमेटी का गठन किया जाए, जो सभी विभागों का दौरा करें जूनियर डॉक्टर समेत अन्य स्टाफ से कामकाज की जानकार लें।
- छुट्टी स्वीकृत करने का अधिकार सिर्फ मेडिकल कॉलेज के डीन को दिया जाए।
- थिसिस साइन न करने की स्थिति में लिखित स्पष्टीकरण विभागाध्यक्ष से लिया जाए।