Indore: एसडीएम ने नरसीमुंजी कालेज में कीड़ों वाला खाना मिलने के बाद लिया कड़ा एक्शन
जांच में गंदगी और अव्यवस्थाओं का अम्बार मिला
इंदौर: लाखों की फीस वसूलने के बावजूद बड़े-बड़े कालेज व यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को निम्न स्तरीय भोजन परोस रही है। Narsimhanji कॉलेज में इल्लियों व कीड़ों से सना खाना खाने को मजबूर छात्रों की शिकायत रंग लाई। एसडीएम ने अमले को भेज तत्काल जांच कराई, जहां गंदगी और अव्यवस्थाओं का अम्बार मिला।
शहर में कानून की पढ़ाई कराने वाले कालेज नरसीमुंजी में अमानक स्तर के खाद्य पदार्थ का प्रयोग छात्रों के भोजन के लिए किया जा रहा है। इसका खुलासा छात्रों की शिकायत के बाद हुआ। एसडीएम ने सूत्रों से मिली जानकारी के बाद खाद्य विभाग के अमले को उक्त कालेज के छात्रावास के किचन का औचक निरीक्षण करने भेजा। फूड इंस्पेक्टर द्वारा की गई जांच में रसोई में जहां-तहां गंदगी पसरी मिली, वहीं छात्रों की शिकायत को भी सही पाया गया। प्रबंधन ने उक्त कालेज को नोटिस थमाते हुए सुधार कार्य करने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि कलेक्टर आशीषसिंह के निर्देश पर होस्टल, आश्रम, स्कूलों में किए जा रहे औचक निरीक्षण में भारी अनियमितताओं का खुलासा हो रहा है।
शिकायत के बाद भी नहीं हो रही थी सुनवाई
नाम न छापने की शर्त पर कालेज के छात्र-छात्राओं ने बताया कि लम्बे समय से खाने में घून, इल्लियां, कीड़े निकल रहे थे। वहीं कई बार प्लास्टिक के टुकड़े भी खाने में आ रहे थे, जिसकी शिकायत प्रबंधन को कई बार की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई। एसडीएम द्वारा किए गए दौरे के बाद कालेज प्रबंधन ने लम्बे समय से बंद पड़ी पीने के पानी की टंकियों की सफाई आनन-फानन में कराई, वहीं आरओ की भी दुरुस्ती की गई। लम्बे समय से यहां के छात्र बिसलरी या पैकबंद पानी खरीदकर पीने को मजबूर थे।
प्रतिमाह निरीक्षण के आदेश
कलेक्टर आशीषसिंह ने लम्बे समय से मिल रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए स्कूल-कालेज, होस्टल, आश्रम में जांच और व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए अथिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। यह दल प्रतिमाह अपने क्षेत्र में छात्रावासों का दौरा करेंगे, वहीं विद्यार्थियों से बातचीत कर उनकी परेशानियां भी जानेंगे। आदिम जाति कल्याण विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, सर्वशिक्षा अभियान, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग व जिला शिक्षा केंद्र द्वारा संचालित होस्टल, आश्रम और स्कूलों के निरीक्षण की जवाबदारी सौंपी है। यहां समय पर जांच के बाद प्रतिवेदन तैयार करने और सुधार के संबंध में दी गई समझाइश की भी जानकारी एकत्रित करना होगी।