ऑटो पर चलने वाले इंदौर से बनने लगे हैं सबसे ज्यादा ‘पासपोर्ट, युवाओं की तादाद में हुआ इज़ाफ़ा
इंदौर न्यूज़: प्रदेश में सबसे ज्यादा ऑटो की संख्या वाले इंदौर में अब आसमानी सफर की चाहत उड़ान भर रही है. हर माह सबसे ज्यादा पासपोर्ट इंदौर से बनवाए जा रहे हैं. इनमें युवाओं की संख्या अधिक है. ज्यादातर का विदेश टूर एजुकेशन, ट्रेवल और बिजनेस पर्पस से हो रहा है. पासपोर्ट के ये आंकड़े ग्लोबल इंदौर की दिशा में बढ़ते कदम हैं. इससे आगामी वर्षो में इंदौर देश के प्रमुख महानगरों से कदमताल करने लगेगा.
इंदौर अव्वल, भोपाल-जबलपुर में भी वृद्धि
पासपोर्ट तक पहुंच आसान बनाने के लिए देश में करीब 430 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) कार्यरत हैं. 36 पासपोर्ट कार्यालय, 93 पासपोर्ट सेवा केंद्र भी बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए संचालित किए जा रहे हैं. मध्यप्रदेश में ही इन तीनों ही स्तरों पर हर माह औसतन करीब 17 हजार से ज्यादा आवेदन पासपोर्ट के लिए दर्ज किए जा रहे हैं. इंदौर शहर से इनकी सबसे ज्यादा संख्या 6021 है तो भोपाल से हर माह 5581 आवेदन आ रहे हैं. जबलपुर में यह संख्या 1152 है.
पासपोर्ट केंद्र इंदौर के मुताबिक, कोरोना के बाद बदले हालात में सभी बड़े शहरों में पासपोर्ट के आवेदनों की संख्या बढ़ी है. मध्यप्रदेश में इंदौर से सबसे ज्यादा आवेदन किए जा रहे हैं. आवेदक, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही स्तर पर नए नियमों के तहत आवेदन कर रहे हैं.
नियमों की सरलता से आसान हुई उड़ान
विदेश मंत्रालय से जारी आंकड़े बताते हैं कि पासपोर्ट के मासिक आवेदनों की संख्या में प्रदेश से इंदौर सबसे आगे है. अन्य शहरों में भी संख्या बढ़ रही है. इसका प्रमुख कारण पासपोर्ट के नियमों को सरल करना है. मंत्रालय ने पुलिस अनापत्ति की मांग में कमी लाने के लिए वर्ष 2022 में दो माह तक अभियान चलाए हैं. 25 फरवरी, 4 व 18 मार्च 2023 को भी मेले आयोजित किए गए. दैनिक अपॉइंटमेंट की संख्या में भी प्रदेश व क्षेत्रवार बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
एयर कनेक्टिविटी बढ़ने का प्रभाव, एक्सपर्ट @इंदौर
देश और प्रदेश में बीते कुछ वर्षों में हवाई परिवहन सेवा का विस्तार होने से लोगों के विदेश जाने की संख्या बढ़ी है. इंदौर औद्योगिक शहर है और यहां से ज्यादातर लोग बिजनेस के लिए विदेश जाते हैं. हाल के वर्षो में यह संख्या तेजी से बढ़ी है. विशेषकर शिक्षा, रोजगार और व्यापार को लेकर युवा ज्यादा विदेश यात्राएं कर रहे हैं. - विजय शर्मा, ट्रेवल मैनेजर
बड़े शहरों में पासपोर्ट पॉवर
इंदौर 6021, भोपाल 5581, जबलपुर 1152, ग्वालियर 979, रतलाम 654, उज्जैन 580, देवास 450.
मझले शहरों में भी आकर्षण
रीवा 383, सतना 354, छिंदवाड़ा 297, धार 251, छतरपुर 197, बालाघाट 146, नर्मदापुरम 127.
प्रदेश में सबसे ज्यादा ऑटो की संख्या वाले इंदौर में अब आसमानी सफर की चाहत उड़ान भर रही है. हर माह सबसे ज्यादा पासपोर्ट इंदौर से बनवाए जा रहे हैं. इनमें युवाओं की संख्या अधिक है. ज्यादातर का विदेश टूर एजुकेशन, ट्रेवल और बिजनेस पर्पस से हो रहा है. पासपोर्ट के ये आंकड़े ग्लोबल इंदौर की दिशा में बढ़ते कदम हैं. इससे आगामी वर्षो में इंदौर देश के प्रमुख महानगरों से कदमताल करने लगेगा.