रीवा। जिले में अवैध नशा के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच रीवा जिले में एक अनोखा मामला देखने को मिला। शराब माफियाओं ने टमस नदी में बोरी में शराब से भरी हुई बोतल छिपाकर रखी थी। नदी के बीच में जहां शराब छिपाई गई थी वहां पुलिस नाव से पहुंची और शराब को जब्त किया। वहीं जिले में माफियाओं ने शराब छिपाने के लिए धरती के अंदर 1 टंकी गाड़ रखी थी और उस पर हैंडपंप लगा दिया था।
दरअसल, चाकघाट थाने अंतर्गत ग्राम पंचायत टोंक में पुलिस को अवैध शराब बिक्री की जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली थी। इस पर पुलिस ने सत्यदेव सिंह के ठिकाने में दबिश दी। जहां पुलिस खाली हाथ वापस लौटी। तभी पुलिस को आरोपी के द्वारा नदी के अंदर शराब छिपाने की सूचना दी गई। जांच करने के लिए पुलिस नाव में सवार होकर नदी के बीच में पहुंची तो वहां पर तस्करों ने रस्सी शराब से हरी बोरी बांधकर शराब की बोतले पानी के अंदर छिपा रखी थी। पुलिस ने पानी के अंदर से 13 लीटर दारू निकाली।
जानकारी यह भी दी गई है कि शराब तस्कर बनाने के बाद उसे नदी के अंदर छिपा देता था। जब भी खरीददार आता तो वह नदी से निकालकर शराब बेच देता था। ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी कि अवैध शराब बेचने वाले ज्यादातर लोग टमस नदी के अंदर ही शराब छिपाकर रखते हैं। शराब तस्करों ने टमस नदी में अपने घर के सामने के हिस्सा पर खुद का पट्टा बना लिया है और वे अपने-अपने क्षेत्र में ही शराब छिपाते हैं।
पुलिस ने शराब तस्करों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर लिया है। पुलिस ने नदी से 13 लीटर अवैध शराब जब्त की है। साथ ही पुलिस ने ग्राम पंचायत आमिलकोनी में भी दबिश दी, जहां 1 घर से पांच क्विंटल लाहन बरामद हुआ है। लाहन को नष्ट करवा दिया गया है।