ग्वालियर। इस बार फरवरी माह में ही मौसम का मिजाज तेजी से बदलता जा रहा है जिसके चलते दिन और रात के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है ।मौसम के आए बदलाव का असर फसलों की सेहत पर भी पड़ने लगा है ।समय से पहले गर्मी के दस्तक देने और हवा से नवीन गायब होने के कारण खेतों में खड़ी फसलें अब पानी मांगने लगी है। तापमान में हो रही बढ़ोतरी के कारण सरसों और गेहूं चने की फसल का दाना कमजोर रह सकता है। आमतौर पर इस मौसम में हवा में नमी की मात्रा रहती थी और रात के समय भी मौसम नरम रहता था।
लेकिन अबकी बार फरवरी माह के शुरू होने के साथ ही सर्दी ने विदाई लेना शुरू कर दिया था माह के अंतिम सप्ताह में दिन के समय अधिकतम तापमान 33 डिग्री तो रात के समय अधिकतम तापमान 15 डिग्री से अधिक दर्ज किया जा रहा है ।मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के दक्षिणी भाग में बना प्रतिचक्रवात समाप्त हो गया है और हिमालय में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ भी अब आगे बढ़ गया है। इसके कारण अब अगले 2 दिन तक उत्तर से ठंडी हवा बह सकती हैं ।जिससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ कमी हो सकती है ।लेकिन इसके बाद मौसम फिर पलटा खाएगा और दिन और रात के तापमान में फिर बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी ।संभवत फरवरी माह के अंत तक रात में भी कर भी सताने लगेगी ।तापमान में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए अब बाजारों में एसी कूलर और पंखों की दुकानें सजने लगी हैं ।वहीं लोगों ने घरों में गर्मी से निपटने के लिए एसी कूलर और पंखों की मरम्मत कराना शुरू कर दिया है ।अगर यही हाल रहा तो मार्च माह से ही गर्मी के तेवर तीखे होने लगेंगे।