Gwalior क्राइम ब्रांच ने शहर के व्यापारियों से 49 लाख रुपये की ठगी करने वाली वुवति को किया गिरफ्तार
Gwalior ग्वालियर: इंग्लैंड की एक दवा कंपनी ने मोटापे की मेडिसिन बनाने के लिए आंध्रप्रदेश के रंगारेड्डी शहर से रॉ-मैटेरियल मंगवाने के नाम पर ग्वालियर शहर के व्यापारी से 49 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में तंजानिया के युवक और मेरठ की एक युवती को गिरफ्तार किया है।
इंग्लैंड में स्थित एक फॉर्मा कंपनी के प्रतिनिधि लॉरेंस एल्विस ने ग्वालियर के विजय शर्मा को बताया कि उनकी कंपनी मोटापा कम करने की दवा बनाती है और ऑर्गेनिक रॉ-मैटेरियल भारत से उन्हें इंपोर्ट करना है। यह रॉ-मैटेरियल रंगारेड्डी शहर (आंध्रप्रदेश) में मिलता है। अगर आप इसे हमें भारत से एक्सपोर्ट करते हैं तो हम आपको हर कंसाइनमेंट पर 20 फीसदी कमीशन देंगे और विजय शर्मा लालच में आ गए और आठ लाख रुपये का रॉ-मैटेरियल खरीद कर सैंपल कंपनी के लुकास एडवर्ड्स को भेजा, जहां सैंपल पास कर दिया गया।
साल 2023 जुलाई से लेकर अब तक कारोबारी विजय शर्मा 49 लाख का मैटेरियल भेज चुके हैं। लेकिन ठगों की डिमांड बढ़ती जा रही थी। शक होने पर विजय ने गूगल सर्च किया तो पता चला कि है ये फर्जी कंपनी है। तत्काल विजय ने धोखाधड़ी की शिकायत क्राइम ब्रांच को की, जहां प्रारंभिक जांच में भेजी गई रकम की डिटेल 15 खातों से लिंक मिली। क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी के इस मामले में दिल्ली-किशनगंज से तंजानिया के युवक टेरी ओबे और मेरठ की रहने वाली वीनस रावत को गिरफ्तार किया है।
जहां पूछताछ में खुलासा हुआ है कि इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने देश के कई कारोबारियों के साथ इसी तरह से ठगी की वारदात की है। आरोपियों के कब्जे से लैपटॉप, पांच मोबाइल, कई सिम कार्ड और कुछ नकदी भी मिली है। फिलहाल, क्राइम ब्रांच की पूछताछ जारी है।