लव जिहाद के चलते युवती ने की आत्महत्या, ससुराल पक्ष पर लगया ये गंभीर आरोप
युवती ने लगाई फांसी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भोपाल। आज बात होगी घर्म स्वातंर्त्य कानून की, जिसे मध्यप्रदेश में लागू कर दिया है। शिवराज सरकार का शायद ही कोई ऐसा मंत्री या विधायक होगा, जिसने इस कानून की पैरवी ना की हो। लव जिहाद के खिलाफ कानून को राज्यपाल की मंजूरी के 48 घंटे बाद ही आज यानी शनिवार से इसे लागू कर दिया गया है। वहीं राजधानी भोपाल से एक मामला सामने आया है, जिसमें परिवार का आरोप है कि ये लव जिहाद का मामला है। अब सवाल बेटियों की सुरक्षा का भी है, तो वहीं इस कानून का भी कितना ये प्रभावी रुप से काम कर पाएगा?
मेरा नाम पूजा है..मैं आत्महत्या करने जा रही हूं.. इसका जिम्मेदार आदिल खान है! सुसाइड का ये मामला राजधानी भोपाल का है, जहां पूजा नाम की एक लड़की ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले पूजा ने 5 लाइन का सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार आदिल खान, पिता खलीक खान को बताया है। सुसाइड नोट में लड़की ने आरोपी का पता और मोबाइल नंबर भी लिखा है। लड़की के परिजनों का आरोप है कि आदिल ने अपना नाम छिपाकर उनकी बेटी से दोस्ती की थी और लगातार पूजा पर मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए दबाव बना रहा था। लेकिन जब उसने धर्म परिवर्तन से इंकार कर दिया तो आदिल ने दूसरी लड़की से सगाई कर ली। इससे आहत होकर पूजा ने अपनी जान दे दी।
फिलहाल लड़की के भाई के शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इधर घटना के 24 घंटे बाद ही राज्य सरकार ने धर्म स्वातंर्त्य कानून को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया। अब सवाल है कि इस मामले में धर्म स्वातंर्त्य कानून के तहत कार्रवाई होगी या फिर केवल खुदकुशी करने के लिए प्रेरित करने का मामला बनेगा। क्योंकि लड़की के घरवालों ने लड़के पर लव जिहाद का आरोप लगाया है। जबकि सुसाइड नोट में लड़की ने इसका जिक्र कहीं नहीं है। ऐसे में अब पुलिस इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है बड़ा सवाल है, लेकिन विपक्ष जरूर राज्य सरकार को घेर रहा है।
मध्यप्रदेश में पिछले दिनों शिवराज सरकार ने लव जिहाद के मामलों पर रोक लगाने के लिए अध्यादेश के जरिए सख्त कानून लाई। अध्यादेश को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपनी मंजूरी दी। अब राज्य सरकार के नोटिफिकेशन जारी होने के बाद एमपी में धर्म स्वातंर्त्य कानून लागू हो गया, लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि सख्त कानून बन जाने से लव जिहाद का दी एंड हो जाएगा?