बारां: बारां जिले नव निर्मित नगर पालिका सीसवाली में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की मरम्मत के दौरान छत गिरने से चार मजदूर मलबे में दब गए। हादसे में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार स्कूल की छत का कार्य चल रहा था। सभी मजदूर और कारीगर काम कर रहे थे। इस दौरान लकड़ी का पेड़ा नीचे आ गया और मजदूर दब गए। सूचना पर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और राहत और बचाव के कार्य शुरू किए। घटना से कस्बे में हड़कंप मच गया। जिसे पता लगा वो घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा। कस्बे वासियों ने पुलिस की मदद से मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकाला। घटना में कार्यरत ठेकेदार दौलतराम उर्फ पप्पू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक मजदूर गोवर्धन की हालत अभी गंभीर बनी हुई है।
सीसवाली एसएचओ उत्तम सिंह ने बताया कि सीसवाली कस्बे में राजकीय स्कूल में निम्न कार्य चल रहा था। उसमें ठेकेदार दौलतराम और उसके अन्य साथी कार्य कर रहे थे। कार्य के दौरान निर्माण कार्य में काम आने वाला छत के नीचे लगाया लकड़ी का पेड़ा खिसक गया। जिससे छत भरभरा कर नीचे आ गई। इस दौरान छत के नीचे कार्य कर रहे मजदूर छत ढहने से मलबे में दब गए। घटनास्थल पर चीख पुकार और भगदड़ मच गई। ग्रामवासियों ने ही पुलिस को सूचना दी।
घटना में ठेकेदार दौलतराम उर्फ पप्पू की मौके पर ही मौत हो गई है। वहीं, दूसरे मजदूर गोवर्धन की रीड की हड्डी में ज्यादा चोट लगने से उसे कोटा रेफर किया गया। वहीं, दो अन्य मजदूरों सत्तार पुत्र ईद मोहम्मद और महेंद्र प्रजापत का सीसवाली अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया है। मामले में अभी अनुसंधान जारी है। दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल जेसीबी की सहायता से मलबा हटाया जा रहा है। नगर पालिका अध्यक्ष इदरिश खान ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य के दौरान मौजूद रहे।
स्कूल में चल रही थी कक्षाएं
घटना के दौरान गनीमत रही कि बच्चे घटनास्थल से दूरी पर थे वरना बड़ा हादसा हो सकता था। स्कूल में क्लासे लगी हुई थी और रोजाना की तरह बच्चे स्कूल में पढ़ने आए थे। गनीमत रही कि हादसे की जगह से कुछ दूरी पर बच्चों को बैठाया गया था। निर्माण के दौरान चार मजदूर ही कार्यरत थे। अगर हादसे की जगह के आस पास बच्चे बैठे होते तो वो भी इसकी चपेट में आ जाते और एक बड़ा हादसा हो सकता था।