पिता पर FIR: शादी पर बेटी का शुद्धिकरण! डुबकी लगवाकर काटे थे बाल, अर्धनग्न होकर सबके सामने नहलाया

जानिए पूरा मामला.

Update: 2021-10-31 05:16 GMT

बैतूल: मध्य प्रदेश के बैतूल में दलित युवक से लव मैरिज करने पर ओबीसी कास्ट की एक नर्सिंग की छात्रा को उसके ही पिता ने नर्मदा में स्नान कराकर शुद्धिकरण करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. ऑनर किलिंग के डर से जोड़े ने पुलिस से अपनी सुरक्षा की मांग की है. मामला जिले के चोपाना थाना क्षेत्र का है. लड़की ने पुलिस को अपने पिता सहित परिवारवालों से बचाने की गुहार लगाई है. पुलिस ने पिता सहित चार के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

बैतूल के चोपना निवासी साक्षी यादव ने बैतूल निवासी अमित अहिरवार नाम के युवक से पिछले साल आर्य समाज मंदिर में शादी की थी. 24 साल की पीड़िता ने बताया कि 11 मार्च 2020 को बैतूल के टिकारी इलाके में रहने वाले 27 साल के दलित युवक से आर्य समाज में लव मैरिज की थी. शादी के बाद परिवार ने पुलिस की मदद से उसे ससुराल से वापस बुला लिया. इसके बाद उसे राजगढ़ में पढ़ने भेज दिया. अभी वह हॉस्टल में रह रही है. 28 अक्टूबर को वह हॉस्टल से भागकर पति के पास बैतूल पहुंची.
युवती का आरोप है कि पिता ने 18 अगस्त को उसे नर्मदा नदी पर ले जाकर 4 लोगों के सामने अर्धनग्न कर शुद्धिकरण करवाया. नदी में डुबकी लगवाई, उसे जूठी पूड़ी खिलवाई गई. बाल काटे गए और शरीर पर पहने कपड़े वहीं फिंकवा दिए गए. ऐसा दलित युवक के साथ शादी करने के बाद शुद्धिकरण के लिए किया गया.
अब उस पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने पति को तलाक देकर किसी सजातीय से शादी कर ले. उसने मामले में पुलिस पर भी उसके पिता से मिले होने का आरोप लगाया है जबकि उसके पति ने उनकी ऑनर किलिंग करवाए जाने की आशंका जताई है.
पति अमित अहिरवार का कहना है कि शादी के बाद साक्षी के पिताजी लगातार मेरे घर आए फिर उन्होंने मेरे घर पुलिस भेजी और मेरे को बिना बताए मेरी पत्नी को अपने घर ले गए. मेरी पत्नी हॉस्टल से भागकर मेरे घर आई. आज हमने पुलिस में शिकायत करते हुए बताया क‍ि पत्नी के परिवार वाले साथ में नहीं रहना देना चाहते हैं और धमकी दे रहे हैं कि साथ में रहोगे तो मार डालेंगे.
युवती का कहना है कि शादी के बाद से ही उसके मायके पक्ष से जान से मारने की धमकी मिल रही है. शादी के बाद उसके पिता ने 10 जनवरी को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट चोपना थाने में दर्ज करवाई जिस पर थाने के तीन पुलिसकर्मी उसे जबरदस्ती ससुराल से चोपना थाने ले आए जहां उससे कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर मायके छुड़वा दिया गया.
शादी के बाद उसने एसपी, थाना प्रभारी कोतवाली बैतूल को परिवारवालों के खिलाफ एक लिखित आवेदन दिया था लेकिन आवेदन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. युवती का यह भी कहना है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत 'राइट टू लाइफ' मेरा मौलिक अधिकार है, जिसके तहत पसंद का अधिकार भी मेरा मौलिक अधिकार है. मैंने समाज की रुढ़िवादी, जातिवादी मानसिकता से ऊपर उठकर अपने मौलिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए शादी की है.
कोतवाली थाना में शनिवार को धारा 506, 504,34 के तहत धीरज यादव, राधेश्याम महेश व मधु और मदन के खिलाफ मामला दर्ज कर केस डायरी चोपना थाना भेजी जा रही है.
महिला डेस्क प्रभारी डीएसपी पल्लवी गौर का कहना है कि दोनों ने आर्य समाज मंदिर से शादी की थी. लड़की के परिजन नहीं चाह रहे हैं क्योंकि लव मैरिज की है और लड़का दूसरी कास्ट का है. उसने अपने आवेदन में इस बात का उल्लेख किया है. लड़की ओबीसी की है और लड़का अन्य कास्ट का है. शुद्धिकरण की बात का शिकायत में उल्लेख है. इस मामले की जांच कर रहे हैं. 
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