शिवपुरी में खेत डूबे, श्योपुर के 3 गांव टापू बने, मगरमच्छ:निगम टीम ने पर्यटकों को खदेड़ा

Update: 2022-07-27 09:02 GMT

मध्यप्रदेश में बारिश से नदी-नाले उफनाए हुए हैं। ग्वालियर-चंबल में हालात बिगड़ रहे हैं। शिवपुरी में सिंध में बाढ़ से कोलारस में भड़ौता रपटे के ऊपर पानी बह रहा है। रन्नौद और कोलारस का संपर्क टूट गया है। नदी के आसपास धान की फसलें डूब गईं। श्योपुर में कोटा बैराज से छोड़े गए पानी और लगातार बारिश से चंबल नदी के साथ पार्वती व दूसरे नदी-नाले उफनाए हुए हैं। जिले के तीन गांव सूंडी, सांड और झारबड़ोदा टापू बन गए। भोपाल के कलियासोत डैम से मगरमच्छ बाहर आ गया। इससे नगर निगम की टीम ने यहां मौजूद पर्यटकों को खदेड़ दिया।

मुरैना और आसपास के इलाकों में चंबल खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिले की ग्राम पंचायत‎ रतनबसई, लुधावली, उसेद,‎ विंडवा, रायपुर, भदावली, नगरा‎ के लोगों को अलर्ट रहने के लिए‎ कहा गया है। 24 घंटे के दौरान अशोकनगर में बेतवा नदी पर बने राजघाट बांध के 18 में से 14 गेट खोलने पड़े। पहले से ही तवा, नर्मदा, शिप्रा, बेतवा और पार्वती खतरे निशान को क्रॉस कर चुकी हैं।

मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि अगले 4 दिन प्रदेश में तेज बारिश से कुछ राहत रहेगी। ट्रफ लाइन के उत्तर की तरफ मूव करने के कारण प्रदेश में तेज बारिश का दौर कुछ धीमा होगा। नमी रहने के कारण रिमझिम होती रहेगी। बीच-बीच में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग ने भोपाल समेत आसपास के इलाकों में अभी भी बारिश होने की संभावना जताई है।

भोपाल में कलियासोत डैम से बाहर निकले मगरमच्छ

भोपाल के कलियासोत डैम किनारे मगरमच्छ और घड़ियालों के हमले का खतरा बढ़ गया है। गेट बंद होते ही लोग मछली पकड़ने और पार्टी करने पहुंच रहे हैं। रात में दो मगरमच्छ गेट नंबर-13 के पास देखे गए। कुछ दूर ही लोग मछली पकड़ रहे थे। इनमें बच्चों से लेकर महिलाएं भी शामिल थीं। मगरमच्छ होने की खबर मिलते ही नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और लोगों को खदेड़ा। बांध में 21 से ज्यादा मगरमच्छ हैं।

यह नया सिस्टम बन रहा

वर्तमान में उत्तरी अरब सागर के ऊपर लो प्रेशर क्षेत्र चक्रवातीय गतिविधियों के साथ सक्रिय है। पूर्वी राजस्थान के ऊपर सक्रिय चक्रवातीय गतिविधियां चल रही हैं। इससे होकर ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़-आंध्रप्रदेश होते हुए पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक गुजर रही है। साथ ही मानसून ट्रफ फालोदी-अजमेर से लेकर शिवपुरी-सीधी और अम्बिकापुर, जमशेदपुर-बालासोर से होते हुए पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। यह उत्तर की तरफ मूव कर गई है। अब 28 जुलाई से अगले पश्चिमी विक्षोभ (पाकिस्तान से आने वाली हवाएं) के सक्रिय होने की संभावना बनी हुई है।

अनूपपुर 16.20 17.52 95

बालाघाट 16.69 21.77 77

छतरपुर 12.68 14.02 90

छिंदवाड़ा 30.79 17.17 179

दमोह 14.61 17.52 83

डिंडोरी 14.88 20.35 73

जबलपुर 18.50 17.72 104

कटनी 11.10 15.24 73

मंडला 19.80 20.47 97

नरसिंहपुर 16.50 16.81 98

निवाड़ी 11.02 12.13 91

पन्ना 13.82 16.73 83

रीवा 8.98 15.08 60

सागर 21.93 18.07 121

सातना 10.43 15.24 68

सिवनी 25.12 18.78 134

शहडोल 14.45 15.59 93

सीधी 8.66 16.73 52

सिंगरौली 8.11 13.66 59

टीकमगढ़ 12.52 15.47 81

उमरिया 12.20 16.18 75

आगर मालवा 21.57 14.41 150

अलीराजपुर 12.05 13.78 87

अशोकनगर 17.01 14.45 118

बड़वानी 14.37 11.14 129

बैतूल 34.17 17.48 195

भिंड 8.82 9.65 91

भोपाल 32.24 16.30 198

बुरहानपुर 23.50 12.44 189

दतिया 8.82 11.46 77

देवास 26.06 14.72 177

धार 13.54 13.15 103

गुना 24.72 15.71 157

ग्वालियर 12.17 10.51 116

हरदा 34.41 17.91 192

इंदौर 16.69 13.86 120

झाबुआ 10.55 13.94 76

खंडवा 25.55 13.35 191

खरगोन 15.35 12.05 127

मंदसौर 14.41 12.72 113

मुरैना 11.73 10.28 114

नर्मदापुरम 33.78 20.39 166

नीमच 16.18 11.61 139

रायसेन 22.13 17.83 124

राजगढ़ 23.19 14.45 160

रतलाम 15.67 13.86 113

सीहोर 30.20 17.13 176

शाजापुर 23.86 14.57 164

श्योपुरकलां 18.78 11.22 167

शिवपुरी 15.43 13.43 115

उज्जैन 17.64 14.29 123

विदिशा 28.03 17.24 163


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