ड्रग सप्लायर का बनाया गया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, दो पर केस दर्ज

जांच में जुटी पुलिस

Update: 2022-06-01 09:14 GMT

इंदौर। ड्रग सप्लाई मामले में सजायाफ्ता अभिषेक जैन का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पेश करने वाली उसकी मां सीमा जैन 22 दिन से पुलिस को चकमा दे रही है। एमजी रोड़ पुलिस ने अभिषेक और उसकी मां सीमा पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।आलीराजपुर निवासी अभिषेक जैन को मादक पदार्थों की खरीद फरोख्त के मामले में सजा सुनाई गई थी। दो साल पूर्व कोरोना महामारी के दौरान अभिषेक ने पैरोल हासिल कर लिया। बाद में सीमा के माध्यम से मृत्यु प्रमाण पत्र बना जेल में पेश कर दिया।

सीमा ने कहा कि अभिषेक की कोरोना में मौत हो चुकी है। जेल प्रशासन ने भी सामान्य घटना समझ केस फाइल बंद कर दी। हाल ही एनसीबी ने अभिषेक को गुजरात से पकड़ा तो पता चला उसने राहुल उर्फ रिंकू चौधरी (बड़ोदरा), नौशाद (छोटा उदयपुरा), शोएब (छोटा उदयपुरा) की मदद से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया था। उसने मां सीमा के माध्यम से जेल प्रशासन को फर्जी प्रमाण पत्र सौंपा था। मामले को 22 दिन हो गए लेकिन पुलिस सीमा को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
ऐसे हुआ था खुलासा
अभिषेक जैन को उसके साथियों के साथ ड्रग सप्लाई के मामले में एनसीबी द्वारा पकड़ा गया था। वर्ष 2019 में न्यायालय द्वारा 12 साल की सजा सुनाऐ जाने के बाद सभी को सेंट्रल जेल भेज दिया। 18 सितंबर 2021 को अभिषेक ने पैरोल ले ली और गुजरात चला गया।
यहां उसने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया और सीमा के माध्यम से जेल अफसर को दे दिया। पिछले महीने गुजरात पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह को पकड़ा तो अभिषेक की जानकारी मिली और एनसीबी को सूचना दी। आरोप है कि षड़यंत्र में अभिषेक का पिता आजाद जैन भी शामिल है जो कोर्ट में बाबू के पद पर पदस्थ है। आजाद ने ही फर्जीवाड़ा का षड़यंत्र रचा था।
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