मध्यप्रदेश | जेपी अस्पताल क्यूआर कोर्ड स्कैन करके ओपीडी का पर्चा बनाने की सुविधा शुरू हो गई है. इससे मरीजों को ओपीडी का पर्चा बनवाने के लिए लंबी कतार से निजात मिली है. प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि ओपीडी काउंटर की कतार में पांच नंबर विंडों पर क्यूआर कोड उपलब्ध कराया गया है. इसका उपयोग करने के लिए मरीज की आभा आईडी होना अनिवार्य है. जिन मरीजों ने अपनी आभा आईडी बनवा ली है वे इस क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे तो उनका एकाउंट अस्पताल के सर्वर पर जुड़ जाएगा तब इसके उपयोग से मरीज को यह सुविधा मिलेगी कि वह ओपीडी की पर्चा निकाल पाएगा. सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया जिन लोगों की आभा आईडी अभी तक नहीं बनी उनकी सहूलियत के लिए अस्पताल में अलग काउंटर उपलब्ध कराकर आभा आईडी बनाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. ताकि, अधिक से अधिक मरीज इस सुविधा का उपयोग कर लाभी ले सकें.
19 तक पासपोर्ट में गलती सुधार का मौका
यदि आपने 4 से 19 अक्टूबर के बीच आकर रीजनल पासपोर्ट ऑफिस में कार्रवाई पूरी नहीं की तो आपका आवेदन निरस्त हो जाएगा. इस संबंध में उन्हें स्पीड पोस्ट और ईमेल से भी जानकारी भेजी जा रही है. रीजनल पासपोर्ट कार्यालय में आवेदनों की संख्या में इजाफा हो रहा है. प्रतिमाह 150 से 200 तक आवेदन मिल रहे हैं जिनमें नए पासपोर्ट बनाने के लिए अप्लाई किया जा रहा है. 50 फीसदी मामले अभी ऐसे आ रहे हैं जिनमें आवेदक आवेदन करते वक्त स्थाई, अस्थाई पता बताने में गलती कर रहे हैं. आवेदक को स्थाई एवं अस्थाई पते बताने जरूरत है. कई आवेदक केवल स्थाई पता बताते हैं.