भोपाल न्यूज़: इको फ्रेंडली या ग्रीन लाइफस्टाइल सोशल मीडिया स्टेटस तक ही सीमित नहीं रहे. अब इनकी स्वीकार्यता बढ़ रही है. कॉन्शियस लाइफस्टाइल की पैरोकार होने के नाते ग्रीन कम्युनिटी के लिए एक कोशिश है-प्लांट स्वैपिंग कार्यक्रम. दिल्ली, मुंबई, बंगलूरु जैसे टियर-वन शहरों में प्लांट स्वैपिंग का चलन है. अब अन्य शहरों में भी ये होने लगे हैं. इस तरह के आयोजन के लिए ऐसी जगह चुनिए जो शहर का सेंटर पॉइंट हो. शहरवासी बड़ी संख्या में वहां आते-जाते हों. इससे ग्रीन कम्युनिटी का संदेश ज्यादा लोगों तक पहुंचेगा. जयपुर में हाल ही हमारे चौथे आयोजन में 4 साल के बच्चे से लेकर 80 की उम्र वाले लोग भी आए. बैंकिंग प्रोफेशनल, स्टूडेंट, कारोबारी, रिटायर्ड... हर उम्र और पेशे से. 300 से ज्यादा लोग आए और सभी ने अपने पौधे (इंडोर, आउटडोर, ओरनामेंटल) आपस में बदले.
अच्छी पहल:
( बच्चों के लिए म्यूजिक, गेम्स, पौधों के साथ वीडियो बनाने की प्रतियोगिता और इको फ्रेंडली उपहार.
* पौधे फ्री में नहीं. अपने पौधे के बदले दूसरा पौधा लेकर संरक्षक बन रहे हैं.
+ जो पौधे नहीं लेकर आए वे भी खाली हाथ नहीं गए. उन्हें भी पौधा मिला.