रीवा कमिश्नर कार्यालय के सामने बिजली आन्दोलन 281वां दिन, शासन-प्रशासन, मुख्यमंत्री चुप क्यों: आन्दोलनकारी विजय मिश्रा

Update: 2023-09-14 14:36 GMT
रीवा: आन्दोलनकारी विजय मिश्रा ने कहा कि विधुत विभाग के अधीक्षण अभियंता सहित पुलिस विभाग को ऐसे प्रकरण दिये जा चके हैं जिनमें विधुत विभाग द्वारा लूट की गई है। आश्चर्य कि बात है कि विधुत विभाग भी धरना स्थल में आकर जांच का आश्वासन दिया, स्थानांतरित हो चुके पुलिस अधीक्षक ने भी आश्वासन दिया। स्थानांतरित हो चुके अमहिया थाना प्रभारी एवं सिविल लाइन थाना प्रभारी भी धरना स्थल में आकर जांच कर अपराध पंजीबद्ध करने का आश्वासन दिया। इतना ही नहीं वर्तमान नगर पुलिस अधीक्षक महोदया भी पदभार सम्हालते ही धरना स्थल में पहुंच कर कार्यवाही का आश्वासन दीं । लेकिन सभी को बिजली आन्दोलन स्थल में आकर ऐसा करंट लगा कि कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई। एड०विजय मिश्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर स्थानीय भाजपा विधायक ही विधुत उपभोक्ताओं की लूट को उजागर नहीं होने दे रहे हैं अन्यथा रीवा विधायक व कैबिनेट मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल चुप न रहते। विदित हो कि विजय मिश्रा म०प्र० के कई जिलों में धरना प्रदर्शन कर ख्याति प्राप्त कर चुके हैं तथा अब 07 दिसंबर 2022 से अनिश्चितकालीन धरने में बैठे हैं।
ज्ञातव्य हो कि पूरे मध्य प्रदेश में विद्युत विभाग की लूट के विरोध में, दोषी विद्युत अधिकारियों पर एफ आई आर की मांग लेकर आप उपाध्यक्ष विजय मिश्रा एडवोकेट का अनशन जारी है। विजय मिश्रा के समर्थन में गुरुवार को समाजसेवी विष्णुकांत विश्वकर्मा,राजेश कुमार चतुर्वेदी,एड.कुलदीप सिंह,एड.मिथिलेश यादव,राजकुमार सिंह,प्रथम अमिलीय, मलिक अमीलीय, ओंकार कुशवाहा,राम सूरत कुशवाहा, एन.पी.शुक्ला,प्रकाश श्रीवास्तव,राजेश द्विवेदी, रामजियावन सिंह,साधु लाल सोंधिया, एड.दिलीप सिंह बघेल,दुर्गेश तिवारी,शिव कुमार तिवारी,शेषमणि सिंह, एड.भारतद्वाज पटेल, हारुन अंसारी,अमित विश्वकर्मा,तवरेज अहमद,आदि लोग धरना स्थल में उपस्थित हुए lयह धरना आम जन की आवाज बन चुका है।
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