MP में पश्चिमी विक्षोभ का असर, 11 जनवरी तक कई हिस्सों में हो सकती है बारिश

मध्य प्रदेश में लोगों को बारिश से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

Update: 2022-01-09 08:13 GMT

मध्य प्रदेश में लोगों को बारिश से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कई हिस्सों में 11 जनवरी तक मौसम खराब रहेगा, हालांकि मौसम विभाग ने इंदौर, भोपाल और उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में मौसम साफ होने की संभावना भी जताई है। वहीं ग्वालियर, चंबल , रीवा, जबलपुर, शहडोल संभाग के कुछ जिलों में बारिश हो सकती है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल में हो रही बर्फबारी से प्रदेश में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का प्रकोप भी जारी है।

शनिवार को पचमढ़ी, खजुराहो और नौगांव में बारिश हुई जबकि सतना और गुना में बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना जताई थी लेकिन कई हिस्सों में हल्की धूप के साथ मौसम साफ रहा। शनिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पश्चिमी विक्षोभ की चपेट में प्रदेश
मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान के मध्यक्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ हवा के चलते चक्रवात का रूप ले चुका है वहीं पूर्वी राजस्थान में एक प्रेरित चक्रवात बन गया है, जिसके चलते दक्षिणी मध्य प्रदेश में एक ट्रफ बन गया है। इन 3 सिस्टम के कारण प्रदेश में मौसम खराब है और बारिश हो रही है। 11 जनवरी के बाद प्रदेश में मौसम साफ होने की संभावना है।
मावठे की बारिश से फसलें चौपट
बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसल चौपट हो गई है। उज्जैन, रतलाम, मंदसौर जिले के किसानों की बारिश ने कमर तोड़ कर रख दी है। प्याज, लहसुन, आलू, चना और गेंहू की फसलों को बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से कई जगह खेतों में बर्फ की परत जम गई है। किसानों की फसलों के नुकसान का सर्वे किया जा रहा है।
Tags:    

Similar News

-->