विदेश में पढ़ाई के लिए लोन की राह होगी आसान

Update: 2023-05-15 10:13 GMT

इंदौर न्यूज़: देंश में स्टूडेंट्स का एक बड़ा तबका ऐसा है जो विदेश में पढ़ाई करके अपने सपने को साकार करना चाहता है. विदेशी यूनिवर्सिटीज ऐसे कई कोर्स ऑफर करती है जो दुनिया के कुछ चुनिंदा संस्थान ही करा रहे हैं. ऐेसे में उन कोर्स को करने के लिए छात्र-छात्राओं को विदेश का रुख करना पड़ता है. इसके अलावा भी हर साल हजारों छात्र हायर एजुकेशन के लिए विदेश जाने की योजना बनाते हैं और ऐसे छात्र पढ़ाई के लिए लोन की तलाश में रहते हैं. लेकिन लोन लेने की प्रॉसेस उतनी भी सरल नहीं होती, जितनी समझी जाती है. ऐसे में यह समझना बहुत जरूरी है कि किन तरीकों से एजुकेशन लोन को आसान बनाया जा सकता है. ये तरीके लोन लेने की प्रॉसेस और आसान बना सकते हैं और इससे जुड़ी चुनौतियों को कम करने का काम करते हैं.

विदेश में पढ़ाई के लिए लोन के विकल्प अब सिर्फ बैंकों तक सीमित नहीं रह गए हैं. हालांकि ज्यादातर स्टूडेंट्स को इनकी जानकारी न होने के कारण वो अपना काफी समय गंवा देते हैं. बैंक के अलावा कई नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां हैं जो स्टूडेंट्स को लोन उपलब्ध कराती हैं. इसके अलावा प्रोडिजी फाइनेंस और एम पावर फाइनेंस जैसे कई अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं जो एजुकेशन लोन देते हैं. इसके अलावा कई यूनिवर्सिटी भी इंटरनेशनल छात्रों को लोन प्राप्त करने में मदद करती हैं. इसलिए एजुकेशन लोन की बात आए तो बैंक तक सीमित न रहें, दूसरी फाइनेंस कंपनियों से बात करें. इसके अलावा जहां एडमिशन ले रहे हैं वहां से सम्पर्क करें. बैंक लोन को वहां मिलने वाली सुविधा के बारे में पूछ सकते हैं. ये सब सुविधाएं विदेश में पढ़ाई के सपने को पूरा करने में मदद करती हैं, इसलिए एजुकेशन लोन लेने के दौरान इन बातों पर एक बार जरूर गौर करें.

गारेंटर तय करें

क्रेडिट स्कोर का ध्यान रखें

लोन के लिए बैंक, कोलेटरल या थर्ड पार्टी को गारेंटर के तौर पर मांगते हैं. इसलिए लोन ले रहे हैं तो पहले इसकी व्यवस्था कर लें. लोन जितना बड़ा होगा बैंक के लिए रिस्क उतना ज्यादा बढ़ेगा. इसलिए तय करें कि गारेंटर के तौर पर गोल्ड, प्रॉपर्टी या फिक्स्ड डिपॉजिट में से कौन सा विकल्प उपलब्ध करा सकते हैं.

अगर पहले भी कभी लोन लिया है और उसे चुकाने में कई तरह की गड़बड़ियां हुई हैं तो इससे सीधे तौर पर क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है. इससे नया लोन मिलने में दिक्कतें आती हैं. अच्छे क्रेडिट स्कोर का मतलब है लोन के अप्रूवल के ज्यादा चांस होना. इसलिए यह तय करें कि आप समय पर सभी लोन का भुगतान करें.

संस्था की प्रतिष्ठा भी बहुत मायने रखती है

एक्सपर्ट्स कहते हैं, अगर विदेश में पढ़ाई के लिए लोन लेने जा रहे हैं तो ध्यान रखें कि ऐसे संस्थान का चुनाव करें जिसकी पहचान हो, जो प्रतिष्ठित हो. ज्यादातर स्टूडेंट्स यहीं पर गलतियां करते हैं. वो कम फीस के कारण ऐसे संस्थान को चुनते है जिनकी कोई विशेष पहचान नहीं होती. यही बात लोन मिलने में भी दिक्कत पैदा करती है और उनकी डिग्री की वैल्यू पर भी इसका असर पड़ता है.

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