खेती में ड्रोन; 20 मिनट में ढाई एकड़ में कीटनाशकों का छिड़काव

Update: 2023-07-15 05:50 GMT

भोपाल न्यूज़: राजधानी के आसपास के ग्रामीण इलाकों में ड्रोन खेती के तौर-तरीके बदल रहा है. खेती में मशीन तकनीक के इस्तेमाल से जहां किसानों को सहूलियत हो रही है वहीं मजदूर बेरोजगार हो रहे हैं. किसान सोयाबीन, मूंग और सब्जियों की फसलों को कीट और बीमारी से बचाव के लिए कीटनाशक व दवाओं के छिड़काव के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. एक मजदूर पूरे दिन में महज ढाई एकड़ खेत में कीटनाशक का छिड़काव कर पाता था. इसके लिए उसे दवा के मिश्रण की 35 से 40 बार पंप भरनी पड़ती थी. लेकिन, ड्रोन ढाई एकड़ खेत में दवा का छिड़काव मात्र 20 मिनट में कर रहा है.

राजधानी में 1. 47 लाख हेक्टेयर कृषि का रकबा है. इसमें से 10532 हेक्टेयर रकबे में किसान सब्जियां उगा रहे हैं. हर सीजन में करीब पांच से छह लाख लीटर लीटर कीटनाशक का उपयोग होता है. ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव से कीटनाशक जमीन पर कम पड़ेगा. इससे उर्वरा क्षमता बची रहेगी.

कृषि विभाग की अभियांत्रिकी शाखा ने तीन कंपनियों से किया अनुबंध

ड्रोन से कीटनाशक स्प्रे के दो बड़े फायदे होंगे. समय की बचत होगी. अनुपात में कीटनाशक डलेगा. इससे फसल बेहतर होगी. किसान का खर्चा भी कम होगा. कीटनाशक वेस्ट नहीं होगा.

सुमन प्रसाद, उपसंचालक, कृषि

तीन कंपनियों के साथ ड्रोन का अनुबंध हुआ है. वे अपने एक्सपर्ट की सहायता से कीटनाशक का छिड़काव करेंगी. अभी इसके रेट तय होना बाकी हैं.

एसके अहिरवार, कृषि यंत्री, भोपाल

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