भोपाल न्यूज़: बारिश में रेलवे ट्रैक पर पानी का जमाव न हो, बारिश का पानी नालियों से होकर निकल जाए और रेल परिचालन सुगम एवं निर्बाध रूप से चलता रहे, इसके लिए रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है. भोपाल मंडल के छोटे एवं बड़ेे पुल, पुलियों के वाटर-वे की सफाई कराई जा रही है. जिससे पानी की निकासी सुचारु रूप से हो सके. इसके अलावा जहां रेल लाइन ऊंचे पहाड़ों की कटिंग से होकर गुजरती है, वहां पर ड्रेन क्लीनिंग का काम किया जा रहा है, ताकि बारिश का पानी रेलवे ट्रैक पर न आ सके.
रेलवे ने भोपाल मंडल के छोटे एवं बड़े पुल, पुलियों के वाटर-वे की सफाई करवा दी गई है, जिससे पानी की निकासी सुचारु रूप से हो सके. मंडल में नर्मदापुरम से भोपाल के बीच बुधनी रेल लाइन ऊंचे पहाड़ों की कटिंग से होकर गुजरती है, यहां पर ड्रेन क्लीनिंग का काम किया जा रहा है, ताकि बारिश का पानी रेलवे ट्रैक पर न आ सके.
इसी प्रकार मंडल के सभी संबंधित विभागों द्वारा मानसून पूर्व सावधानी अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत समपार फाटकों, रेल पुलों, रेल पथों, संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों, ओएचई लाइन, संबद्ध उपकरणों, सिग्नल प्रणाली आदि का सघन निरीक्षण कर उनकी जांच की जा रही है. आवश्यकतानुसार उनकी मरम्मत की जा रही है.
नर्मदापुरम से भोपाल के बीच बुधनी रेल लाइन
सुरक्षा के लिए किए जा रहे इंतजाम
मंडल में अत्यधिक बारिश की स्थिति में उपयोग के लिए मालगाड़ी के डिब्बों में रेत एवं पत्थर, गिट्टी आदि जमा कर जगह-जगह रखे जा रहे हैं. तीसरी लाइन का कार्य कर रही पब्लिक सेक्टर कम्पनी आरवीएनएल को भी बारिश के पहले सभी जरूरी कार्य, जैसे पुलों के नीचे पानी का निर्बाध प्रवाह होना, पुलों के दोनो छोर पर नियमानुसार मजबूती के लिये पत्थर लगाना, गहरी जगहों पर से पत्थर दूर करना आदि को अंजाम देने के निर्देश दिए गए हैं.