भांग और त्रिपुंड से बना दिव्य रूप, ड्राई फ्रूट-चांदी के बिल्व पत्र से सजाया महाकाल

Update: 2024-02-26 07:32 GMT
उज्जैन : विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज फाल्गुन कॄष्ण पक्ष की द्वितीया पर सोमवार तड़के भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से कर पूजन अर्चन किया। इसके बाद प्रथम घंटाल बजाकर हरिओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को रजत का मुकुट और रुद्राक्ष की माला धारण करवाई गई।
आज के श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि आज बाबा महाकाल का श्रृंगार भांग से किया गया। इस श्रृंगार की विशेषता यह रही कि ड्राई फ्रूट से बाबा महाकाल को सजाया गया और उन्हें चांदी के बिल्व पत्र अर्पित किए गए, जिसके बाद बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर भस्मी रमाई गई। भस्म अर्पित करने के पश्चात भगवान महाकाल को रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ ही सुगंधित पुष्पों की माला अर्पित कर फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया।
भस्म आरती में बड़ी संख्या मे श्रद्धालु पहुंचे, जिन्होंने बाबा महाकाल के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया, जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया। ऐसी मान्यता है कि बाबा महाकाल भस्मारती मे सभी को निराकार से साकार स्वरूप मे दर्शन देते हैं।
तीन लाख से अधिक की नकद राशि हुई दान में प्राप्त
श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन हेतु पधारे श्री महाकालेश्वर भगवान के भक्त नई दिल्ली निवासी राकेश आनंद ने पुरोहित योगेश शर्मा व भस्म आरती प्रभारी आशीष दुबे की प्रेरणा से 3,65,000 की नकद राशि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को दान में दी। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरपी गहलोत भस्म आरती प्रभारी आशीष दुबे द्वारा दानदाता का दुपट्टा व प्रसाद भेंट कर सम्मान किया गया व विधिवत रसीद प्रदान की गई।
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