इंदौर: पूरे दिन जिला एवं सत्र न्यायालय में बिजली गुल रही. इसके चलते 66 अदालतों में एक भी मामले की सुनवाई नहीं हो सकी. सुबह 10 बजे जज कोर्ट रूम में आये थे, लेकिन बिजली नहीं थी. हद तो तब हो गई जब शाम पांच बजे तक भी बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी।
कंप्यूटर काम नहीं करने के कारण बयान भी दर्ज नहीं हो सके। जज चैंबर में रहे और वकील बाहर बैठे रहे. बिजली कंपनी वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं कर सकी. इस पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश भगवती प्रसाद शर्मा ने गहरी नाराजगी जतायी है.
वकील प्रवीण रावल ने कहा, बुधवार को 10,000 मामले दर्ज किए गए. अधिवक्ता शैलेन्द्र द्विवेदी के मुताबिक 25 साल पुराने 30 चिन्हित मामले भी थे, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। कुछ में फैसला भी आने वाला था.
सुबह 10 बजे से बिजली नहीं थी
शाम 05 बजे तक सप्लाई शुरू नहीं हुई
66 अदालतों में सुनवाई नहीं हो सकी
30 मामले 25 साल से ज्यादा पुराने थे
कई दल 150 किमी दूर से आये थे