इंदौर न्यूज़: पुलिस ड्रग बेचने के मामले में पकड़े जा चुके पेडलर्स के घर-घर जाकर डिजिटिल डोजियर भरवा रही है. गूगल फॉर्म पर संदिग्ध पेडलर, उसके परिवार, दोस्त की जानकारी भरने के साथ ही सभी सोशल मीडिया अकाउंट की भी जानकारी ले रही है. सोशल मीडिया सेल सभी अकाउंट पर नजर रखेगी.
पुलिस कमिश्नर के सामने शांति समिति की बैठक, पैदल मार्च के दौरान ड्रग्स की समस्या सामने आई है. डीसीपी जोन-1 आदित्य मिश्रा ने अपने जोन के सभी थानों में ड्रग बेचने के मामले में पकड़े गए आरोपी व जिनकी शिकायत मिली है उन्हें पेडलर मानते हुए छानबीन कर रही है. रात डीसीपी आजादनगर इलाके में संदेही पेडलर्स के घर पहुंचे और पूछताछ की. पुलिस ने गूगल फॉर्म बनाया है, जिसमें संदेही की जानकारी मोबाइल के जरिए भरकर डिजिटल डोजियर भरवाया जा रहा है. डीसीपी के मुताबिक, संदेही के नाम, घर की लोकेशन, मोबाइल नंबर, परिवार के लोग, नजदीकी दोस्तों और सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी फीड की जा रही है.
साबित हो जाएगी पुलिस से सांठगांठ: डीसीपी ने बीट प्रभारी व बीट कर्मचारी से डोजियर भरवाना शुरू कर दिया है. चेतावनी दी है कि जिसका बीट प्रभारी व टीम ने डोजियर नहीं भरा और वह ड्रग्स के मामले में पकड़ा जाता है तो टीम व प्रभारी दोषी रहेंगे. उनकी सांठगांठ मानते हुए विभागीय कार्रवाई होगी.