Damoh दमोह : जिले के तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र के बिशनाखेड़ी गांव में रहने वाली एक महिला ने पति की मौत के बाद अपने सगे भांजे से शादी कर ली। अब मां अपने बेटों से उनके पिता द्वारा दी गई जमीन वापस मांग रही है। साथ ही लगातार पुलिस से शिकायत कर उन्हें जेल भिजवा रही है, जिससे दोनों बेटे और बहू काफी परेशान हो गए हैं। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि झूठी रिपोर्ट पर उन्हें गिरफ्तार न किया जाए।
यह बात सुनने में भले ही अजीब लगे कि शादीशुदा बेटों की एक मां ने अपने भांजे से शादी कर ली, लेकिन यह बात बिलकुल सच है। बेटे इमरत का आरोप है कि मां हमारे खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराकर हमें कई बार जेल भिजवा चुकी हैं। महिला ने बेटों को परेशान करने के लिए सीएम हेल्पलाइन का सहारा लिया है, जिसके चलते पुलिस भी महिला की शिकायत पर उनके बेटों के खिलाफ केस दर्ज करती जा रही है। मां की झूठी शिकायतों से परेशान बेटे अपनी पत्नियों के साथ तेंदूखेड़ा थाने पहुंचे और पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई।
बेटे इमरत अहिरवार ने बताया कि वह ग्राम बिशनाखेड़ी में रहता है। वे दो भाई और तीन बहनें हैं, 2020 में उनके पिता की मौत हो गई थी। इसके कुछ समय बाद 55 वर्षीय मां ने अपने सगे भांजे से दूसरी शादी कर ली और उनसे सभी रिश्ते तोड़ लिए। इमरत का कहना है कि हमें भरण पोषण के लिए शासकीय भूमि मिली थी, जिसे अब मां छीनना चाहती हैं। मना करने पर वह लगातार झूठी शिकायतें कर रही हैं। अब तक उन्होंने कई मामले दर्ज करवा दिए हैं। इन मामलों की पेशी करते-करते वे परेशान हो गए हैं और कर्ज में भी डूब गए हैं। बीतें मंगलवार को भी एक मामले में गिरफ्तारी देने के लिए वे तेंदूखेड़ा आए थे।
बेटों को भिजवा चुकी है जेल
जमीन देने से इंकार करने पर मां झूठी शिकायतें करके मामले दर्ज करवा रही है और दोनों बेटों को जेल भिजवा चुकी है। इससे परेशान बेटों ने अपनी समस्या गांव के बुजुर्गों को बताई और पंचायत बुलाई गई। लेकिन, महिला (मां) नहीं आई। वहीं, जेल गए दोनों भाइयों की पत्नियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस लगातार उन्हें परेशान कर रही है। उनकी सास फर्जी मामले दर्ज करवा देती हैं और पुलिस उनके पतियों को गिरफ्तार कर लेती है।
पुलिस भेदभाव नहीं कर रही
तेंदूखेड़ा टीआई विजय अहिरवार ने बताया किकि मां ने दूसरी शादी की है। जिसके बाद उसके बेटे और बेटी उसे परेशान कर रहे हैं। दोनों पक्ष एक-दूसरे की शिकायत कर रहे हैं। पुलिस ने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है।