मध्य प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग की 2021 की प्रारंभिक परीक्षा में आपत्तिजनक सवालों पर कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
मध्य प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की 2021 की प्रारंभिक परीक्षा में आपत्तिजनक सवालों पर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है।
मध्य प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की 2021 की प्रारंभिक परीक्षा में आपत्तिजनक सवालों पर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। साथ ही कांग्रेस ने एमपीपीएससी के चेयरमेन का इस्तीफा और प्रश्नपत्र चयनकर्ता पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा एवं प्रवक्ता मिथुन अहिरवार एवं आनंद जाट ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सोच सदा से ही देश विरोधी रही है। उन्होंने सवाल किया कि 19 जून के एमपीपीएससी 2021 प्रारंभिक परीक्षा में कश्मीर और महात्मा गांधी को लेकर विवादित प्रश्न क्यों पूछा गया? कांग्रेस पार्टी की मांग है कि चेयरमेन इस्तीफा दें, प्रश्नपत्र चयनकर्ता के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज हो। उन्होंने कहा कि भाजपा जब सत्ता में रहती है या विपक्ष में रहती है, तब इस तरह के मुद्दों को बराबर हवा देती रहती है, जिससे राष्ट्रहित को नुकसान पहुंचे।
बता दें एमपीपीएससी परीक्षा के द्वितीय प्रश्न पत्र सेट डी के प्रश्न क्रमांक 31 में पूछा गया है कि क्या भारत को कश्मीर को पाकिस्तान को देने का निर्णय कर लेना चाहिए? इस वैकल्पिक प्रश्न के उत्तर के लिए जो तर्क दिए हैं उनमें पहला है - हां इससे भारत का बहुत सा धन बचेगा। दूसरा तर्क है- नहीं ऐसे निर्णय से इसी तरह की और भी मांगे बढ़ जाएंगी।
वहीं, दूसरा प्रश्न पूछा गया कि इसी सेट में प्रश्न क्रमांक 26 से 30 के लिए दिए गए गद्यांश में महात्मा गांधी के विषय में आपत्तिजनक बातें कही गई हैं। महात्मा गांधी ने भारत को आजाद कराया वह हमारे देश के राष्ट्रपिता हैं, पूरा संसार उनके जन्मदिवस पर विश्व अहिंसा दिवस मनाता है लेकिन महात्मा गांधी के इतने महान व्यक्तित्व और कृतित्व पर सवाल पूछने की जगह कुत्तों की हत्या और नसबंदी के बारे में जुड़ा सवाल पूछा गया और उसमें बिना किसी संदर्भ का उल्लेख किए महात्मा गांधी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सवाल करती है कि आखिर क्या वजह है कि जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी सरकार में होती हैं वहां पर वहां वहां पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ा जाता। वर्ष 2019 में गुजरात में भी नवमीं कक्षा के प्रश्न पत्र में पूछा गया था कि महात्मा गांधी ने आत्महत्या कैसे की?