भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने के फैसले के बाद कांग्रेस की ओर से आई प्रतिक्रिया पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने इस्लामीकरण एवं ईसाईकरण की राह पकड़ ली है। दरअसल, गोरखपुर की गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने का फैसला हुआ है। जिस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था कि यह सावरकर और गोड्से को पुरस्कार देने जैसा है।
कांग्रेस नेता के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट कर हमला बोला और कहा, गीता प्रेस गोरखपुर का भारतीय संस्कृति, हिंदुत्व एवं अध्यात्म में हमेशा अद्वितीय योगदान रहा। हिंदू समाज के सभी धर्मग्रंथ सरल, त्रुटिहीन एवं कम कीमत पर उपलब्ध कराए हैं। घर-घर में रामायण और गीता उपलब्ध कराया गया। उनका किसी विवाद से कभी सरोकार नहीं रहा, उनके योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार भी कम पड़ेगा।
कांग्रेस नेता के बयान का हवाला देते हुए उमा भारती ने कहा, जयराम रमेश जैसे स्तर के लोगों, जो कांग्रेस के बड़े पदों पर बैठे हैं, को शायद यही पता न हो कि गीता प्रेस गोरखपुर में छपता क्या है? लगता है कांग्रेस ने इस्लामीकरण एवं ईसाईकरण की राह पकड़ ली है। बिना यह जाने कि ईसाई व मुसलमान जैसे समुदाय भी गीता प्रेस गोरखपुर के प्रति सम्मान का भाव रखते हैं। कांग्रेस के नेता का बयान घोर शर्मनाक एवं निंदनीय है। सोनिया गांधी अपने नेताओं के प्रति यदि सावधान न रहीं तो कांग्रेस को वोट के बदले सिर्फ घृणा एवं तिरस्कार मिलेगा।