सीएम शिवराज ने दी बड़ी दोस्ती, सांची बनी देश की पहली पवित्र नगरी,जानें प्रकृति

सामाजिक दायित्व पूरा करने की दिशा मध्य प्रदेश में आगे बढ़ाया है।

Update: 2023-09-09 13:31 GMT
मध्य प्रदेश की पर्यटन नगरी सांची की देश और दुनिया में पहचान बनाने वाली शांति का संदेश देने वाली नगरी जाहिर तौर पर अब इसे एक और पहचान मिल गई है और वह सांची सिटी की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रायसेन जिले में स्थित विश्व खनिज स्मारक स्थल सांची नगर को प्रथम सौर नगर के रूप में लोकार्पित करते हुए कहा कि आज अक्षय ऊर्जा का सबसे अधिक उपयोग आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो ऊर्जा संरक्षण का संकल्प लिया है और इस क्षेत्र में काम करने का मंत्र दिया है, उसे 
सामाजिक दायित्व पूरा करने की दिशा मध्य प्रदेश में आगे बढ़ाया है।
सामाजिक दायित्व पूरा करने की दिशा मध्य प्रदेश में आगे बढ़ाया है।
मध्य प्रदेश ओंकारेश्वर में भी बांध की सतह पर 600 पोर्टेबल क्षमता का संयंत्र स्थापित करने की पहल की गई है। साँची से कभी विश्व को शांति का संदेश दिया गया था। अब साँची सौर ऊर्जा क्षेत्र में पथ-प्रदर्शन।कार्यक्रम में नवकरणीय विभाग और कानपुर के मध्य साँची को नेट जीरो सिटी बनाने के नियम नाम पर हस्ताक्षर किये गये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि क्लास और अन्य बिल्डरों से बिजली के उत्पादन का पर्यावरण पर प्रभाव पड़ता है। पारम्परिक माध्यमों से प्रकृति को होने वाले नुकसान को ठीक करने के लिए बिना सौर ऊर्जा उत्पादन की शुरूआत के लिए साँची के नागरिक, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग और वैज्ञानिक सभी बधाई के पात्र हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह सांची और देश के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। साँची के पास नागौरी में तीन क्षमता क्षमता की सौर परियोजना की शुरूआत साँची साँची सिटी बनी है। निकट भविष्य में गुलगांव में पांच जिलों के सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट स्थापित होंगे, जो कृषि क्षेत्र के ऊर्जा समूह को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि साँची सौरसिटी से सालाना 14 हजार टन से अधिक कार्बन डाईऑक्साइड की कार्यक्षमता में कमी आएगी, जो लगभग 2.38 लाख टन से अधिक है। इको-फ्रेंडली होटल से प्रदूषण पर्यावरण रुकेगा।
ई-व्हीकल को बढ़ावा दिया गया है। चार रिकार्डिकेशन पेंट और तीन ई-रिकॉर्डिक पेंट स्थापित किये गये हैं। बैटरी बैटरी के चलने से 9 लाख से अधिक कीमत, डीजल की भी बचत होगी। लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि सांची का बौद्ध स्तूप अब सौर शहर के रूप में प्रसिद्ध होगा। साँची में व्यापक स्तर पर सौर लैम्प का वितरण हुआ है। बच्चों और युवाओं को ऊर्जा संरक्षण की शिक्षा दी गई है। स्थान-स्थान अप्राकृतिक बिंदु भी स्थान दिए गए हैं।
प्रमुख ऊर्जा सचिव संजय कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2020 में सौर सिटी विकसित करने की मांग की थी। साँची एक आदर्श सौर शहर की पहचान बनायेगा। साँची के कर्मचारी ऊर्जा साक्षर हो गए हैं, इसके लिए उन्होंने पास में ही परीक्षा भी भेजी है। साँची के रास्ते रात में भी जगमगाने लगे हैं। आने वाले पर्यटक अपना लाभ ले रहे हैं। सौर ऊर्जा से मोबाइल फोन भी चार्ज हो रहे हैं। सांची में सालाना 7 करोड़ 68 लाख रुपये की बचत होगी।
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