250 किमी दूर वाले शहर भी जुड़ेंगे वंदे भारत ट्रेन से, रेलवे कर रहा तैयारी
दिसंबर तक 12 जोड़ी ट्रेन चलने लगेंगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क मध्यप्रदेश में वंदे भारत ट्रेन का इंटरसिटी संस्करण इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा। दिसंबर तक 12 जोड़ी ट्रेन चलने लगेंगी। इनकी स्पीड मौजूदा वंदे भारत ट्रेन जैसी ही होगी, लेकिन इनमें खाना नहीं मिलेगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि 250 किमी की दूरी 1 घंटे 35 मिनट में ही तय करने की तैयारी है।
रेलवे के मुताबिक, पहले चरण में 250 किमी की दूरी वाले भोपाल- इंदौर, जयपुर-मानेसर, कानपुर-लखनऊ, पटना-दरभंगा, मदुरै-कन्याकुमारी जैसे रूट्स पर सेवाएं शुरू होंगी। सूत्रों ने बताया कि रेलवे ने इस बारे में एक स्टडी की है। इसके अनुसार, 12 जोड़ी ट्रेन को जिन शहरों के बीच चलाने की योजना है, उनके बीच रोजाना सफर करने वालों में 18.6% वे लोग हैं, जो कामकाज के सिलसिले आते-जाते रहते हैं।
मिडवे स्टेशन से वापस होगी
ये ट्रेन मिडवे अप-डाउन तर्ज पर चलेगी। 250 किमी के शुरुआती स्टेशन से मिडवे जाकर ट्रेन वापस होगी। इस तरह यात्रियों को हर 4 घंटे बाद इंटरसिटी ट्रेन मिल सकेगी।
यात्री को यदि मिड वे स्टेशन से आगे जाना है तो अलग से टिकट नहीं लेना पड़ेगा। फाइनल डेस्टिनेशन का टिकट लेकर सफर पूरा किया जा सकता है।
इंदौर 2.15 घंटे में पहुंचेंगे
यदि वंदेभारत इंटरसिटी शुरू होती है तो भोपाल से इंदौर के 227 किमी के सफर को देवास होते हुए बिना हॉल्ट के सिर्फ 2.15 घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। अभी पंचवेली एक्सप्रेस 9 हॉल्ट के साथ इसी दूरी को 4.40 घंटे में तय करती है। नर्मदा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें उज्जैन होते हुए 4 घंटे से ज्यादा समय लेती हैं।