मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को वितरित करेंगे संबल एवं अनुग्रह सहायता योजना की राशि
रीवा: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार, 04 मार्च को संबल योजना एवं अनुग्रह सहायता योजना के अंतर्गत संबल योजना तथा निर्माण श्रमिकों को सहायता राशि का वितरण करेंगे। प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम रीवा जिले के मऊगंज में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान योजना के 27310 प्रकरणों में सहायता राशि रुपये 605 करोड़ सिंगल क्लिक के माध्यम से वितरित करेंगे।
जनसम्पर्क अधिकारी शिव प्रसन्न शुक्ल ने बताया कि अनुग्रह सहायता योजना के अंतर्गत निर्माण श्रमिकों के 3509 प्रकरणों में सहायता राशि 75 करोड़ रुपये तथा सबल योजना के अंतर्गत श्रमिकों के 23,801 प्रकरणों में सहायता राशि 530 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक के माध्यम से वितरित किये जाएंगे। इस अवसर पर मप्र श्रम कल्याण मण्डल की श्रमिक साहित्य पुरस्कार योजना के अंतर्गत चयनित श्रमिकों को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रदेश के श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि संचार योजना प्रदेश असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों श्रमिकों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, जिसमें अनुग्रह सहायता योजना के अंतर्गत दुघर्टना में मृत्यु होने पर चार लाख रुपये एवं सामान्य मृत्यु होने पर दो लाख रुपये प्रदान किये जाते हैं। इसी प्रकार स्थायी अपंगता पर दो लाख रुपये एवं आशिक स्थायी अपंगता पर एक लाख रुपये तथा अंतिम संस्कार सहायता के रूप में 5 हजार रुपये प्रदान किये जाते हैं।
सबल योजना के अंतर्गत जहाँ एक ओर महिला श्रमिक को प्रसूति सहायता के रूप में 16 हजार रुपये दिये जाते हैं तो वहीं दूसरी ओर श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा भी उपलब्ध करवायी जाती है। संबल योजना प्रदेश में असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों श्रमिकों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है जिसमें श्रमिक को जन्म से लेकर मृत्यु तक आर्थिक सहायता प्राप्त होती है वास्तविक अर्थों में यह श्रमिकों का संबल है, जिसे लागू करने का श्रेय मुख्यमंत्री चौहान को है।
मध्यप्रदेश सरकार ने संबल योजना को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। मध्य प्रदेश की यह योजना देश के सभी राज्यों के लिए अनुकरणीय है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के लाखों निर्माण श्रमिकों के लिये म.प्र. भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के माध्यम से 18 योजनायें संचालित की जाती है इनमें निर्माण श्रमिकों की मृत्यु होने पर अनुग्रह सहायता तथा स्थायी एवं आशिक अपंगता पर सहायता प्रदान की जाती है।