मुख्यमंत्री मोहन यादव ने धार्मिक स्थलों से हटाए गए लाउड स्पीकर, शासन से मिला है निर्देश
खण्डवा : मध्यप्रदेश में चुनाव खत्म होते एक बार फिर से मुख्यमंत्री मोहन यादव ने धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर उतारने को लेकर आदेश दिए हैं, जिसका असर भी शनिवार शाम उस समय देखने को मिला, जब प्रदेश के खंडवा जिले में देर शाम अचानक जिला प्रशासन और पुलिस की टीम धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर उतरवाने निकली।
प्रशासनिक अमले में शामिल शहर के तीनों थानों के कोतवाल सहित खंडवा डीएसपी अनिल चौहान और एसडीएम बजरंग बहादुर भी मौजूद रहे। जिन्होंने धार्मिक स्थल की कमेटियों को समझाइश देकर वहां से ध्वनि विचारक यंत्र उतरवाए। बता दें कि राज्य शासन को मिल रही लगातार शिकायतों के बाद एक बार फिर से प्रशासनिक अमला सड़क पर उतरकर मंदिर, मस्जिद पर लगे लाउड स्पीकरों की जांच करने निकला था और नियम विरुद्ध पाए जाने पर यहां से ध्वनि विस्तारक यंत्रों को उतरवाया गया है। और इसको लेकर शहर और देहात के सभी थानों में कार्रवाई करने को लेकर सूचना भी दे दी गई है।
प्रदेश शासन की मोहन यादव सरकार ने अपने पहले फैसले के तौर पर तेज ध्वनि में बज रहे लाउड स्पीकरों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश पारित किया था, जिसमें मंदिर मस्जिद सहित सभी धार्मिक स्थलों के साथ अन्य स्थानों पर तेज गति से बजने वाले लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया था, जिसका सख्ती से पालन करवाया भी गया था। हालांकि, कुछ समय से देखने में आ रहा था कि लगातार प्रशासनिक अधिकारियों की सख्ती के बावजूद भी कुछ स्थानों पर तेज आवाज में लाउड स्पीकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसको लेकर आज प्रशासनिक अमला सड़क पर उतरा, और धार्मिक स्थलों के लाउड स्पीकर चेक किए गए। इसी बीच शनिवार देर शाम सात बजे जिला प्रशासन का अमला पहले चरण में शहरी क्षेत्र में लाउड स्पीकर चेक करने निकला। इसके साथ ही अगले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में भी धार्मिक स्थलों पर लगे लाउड स्पीकर को चेक करने का कार्य किया जाएगा और इनमें जो भी नियम विरुद्ध पाए जाएंगे, उन्हें उतार कर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
आज से देहात और शहर के थानों में शुरू कर दी है मुहिम
वहीं, लाउड स्पीकर हटाने की कार्रवाई को लेकर खंडवा डीएसपी अनिल चौहान ने बताया कि अभी चुनाव और आचार संहिता की व्यस्तता के चलते इन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। लेकिन आज फिर से उसको लेकर अभियान शुरू हुआ है और जो भी लाउड स्पीकर किसी भी स्थान पर अनावश्यक रूप से बिना अनुमति के लगा होगा, उनको हमने उतरवाने के लिए मुहिम शुरू कर दी है। अभी तीन चार जगह से उतरवा दिए हैं, और अभी और भी हम उतरवाएंगे। जहां भी लगे हुए दिखाई देंगे और इसको लेकर सभी जगह हमने मैसेज कर दिया है, चाहे वह शहर के थाने हों या देहात के थाने हों।
डीएसपी की अपील, उतार लें अपने लाउड स्पीकर
वहीं, डीएसपी चौहान ने आम जनता से अपील भी कि के जहां भी ऐसे लाउड स्पीकर लगे हों, उनसे हम अपील करते हैं कि उन तक हमारी यह जानकारी पहुंचे, और वे सहयोग करें। अपना लाउड स्पीकर उतार लें। आज अभी कार्रवाई शुरू ही की है, और अभी यह कार्रवाई रात तक लगातार चलेगी और फिर कल सुबह से भी यह कार्रवाई जारी रहेगी।
लाउड स्पीकर उतरवाने के शासन स्तर से है निर्देश
वहीं, इस कार्रवाई को लेकर खंडवा एसडीएम बजरंग बहादुर ने बताया कि इस तरह से लाउड स्पीकर उतारने के आदेश तो पूर्व से ही सतत रूप से लागू है। और ऐसा नहीं हुआ कि उस आदेश को कभी वापस लिया गया हो। हालांकि, इस बीच में कुछ धार्मिक स्थलों चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद हो, उन पर लाउड स्पीकर और ध्वनि विस्तारक यंत्र लगा लिए गए थे। उनको हम फिर से अब उतरवा रहे हैं, और जो भी शासन के निर्देश हैं, उनका पालन करवाया जा रहा है। हालांकि, अभी कितनी जगह लगे हैं, इसकी गणना नहीं हो पाई है, लेकिन हम राउंड पर हैं और जहां भी ऐसे ध्वनि विस्तारक यंत्र नजर आ रहे हैं, उन पर हम कार्रवाई कर रहे हैं। इन्हें उतारने का शासन स्तर से ही निर्देश है।
शाजापुर में धार्मिक स्थलों से हटवाये जा रहे लाउड स्पीकर/चीलम
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव का एक बार फिर धार्मिक स्थलों पर चल रहे लाउड स्पीकरों के ऊपर कार्रवाई करना शुरू हो गया है। इस दौरान शाजापुर शहर के करीब 77 धार्मिक स्थलों से 77 लाउड स्पीकर चीलम हटवाई गई। वहीं, निर्देश दिए गए हैं कि धार्मिक स्थलों पर एक लाउड स्पीकर-चीलम लगाने के लिए भी अब उन्हें एसडीएम की परमिशन लेना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री के आदेशानुसार यशपाल सिंह राजपूत पुलिस अधीक्षक शाजापुर व जिले के अअपु एवं थाना प्रभारियों द्वारा 25 मई को जिला शाजापुर में धार्मिक स्थलों से अनियंत्रित व नियम विरुद्ध चल रहे ध्वनि यंत्रों के प्रयोग पर नियंत्रण के संबंध में कार्रवाई करते हुए जिले के कुल 77 धार्मिक स्थलों से करीब 77 लाउड स्पीकर/चीलम समझाइश देकर हटवाए गए। सभी को यह समझाइश भी दी गई कि लगे हुए एक लाउड स्पीकर/चीलम की भी अनुमति संबंधित एसडीएम से ली जाए।