Chhatarpur छतरपुर : एक एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट होने से 20 से 25 लोग घायल हो गए। घायलों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। यह ब्लास्ट छतरपुर के बिजावर थाना क्षेत्र अंतर्गत लगने वाले हाट बाजार में हुआ है।
बताया जा रहा है कि साप्ताहिक बाजार में एक पेटीज की दुकान थी। जहां पर एक घरेलू सिलेंडर अचानक से ब्लास्ट हो गया। ब्लास्ट होते ही बाजार में अफरा-तफरी मच गई। कई बच्चे, महिलाएं और बाजार में आने वाले अन्य लोग घायल हो गए। कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर तीन बजे बिजावर में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में अचानक से सिलेंडर फटने से अफरा-तफरी मच गई। सिलेंडर फटते ही पास खड़े लोगों के कपड़े, बाल और कई लोगों के शरीर में आग लग गई। गनीमत यह रही कि यह सिलेंडर छोटा था, जिससे बड़ा ब्लास्ट नहीं हो सका।
जानकारी लगते ही मौके पर स्थानीय प्रशासन और डॉक्टर का बचाव दल पहुंच गया। घायलों को एंबुलेंस की मदद से स्थानीय अस्पताल और गंभीर घायलों को जिला अस्पताल भेजा जाने लगा।
हादसे में 14 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से पांच बच्चे शामिल हैं, जिन्हें जिला अस्पताल के लिए भेज दिया गया। वहीं, जिला अस्पताल में पहले से ही मौजूद एडीएम मिलिंद नागदेव और चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर आरपी गुप्ता मौके पर मौजूद हैं, जो कि घायलों के इलाज की व्यवस्था को देख रहे हैं।
एडीएम मिलिंद नागदेव ने बताया कि जिला अस्पताल में 14 घायलों को लाया गया है, जिनमें पांच बच्चे शामिल हैं। फिलहाल, किसी को भी कोई खतरा नहीं है, सभी का इलाज शुरू किया जा चुका है। यह विस्फोट सिलेंडर से हुआ है, जहां बस स्टैंड पर चाट के हाथ ठेला दुकान पर दुकानदार छोटा वाला पांच किलो का एलपीजी सिलेंडर लगाए हुआ था।
इस पांच किलो वाले एलपीजी सिलेंडर के फटने से इतना भयानक विस्फोट हुआ, जिसमें दो दर्जन से अधिक लोग हादसे का शिकार और घायल हुए हैं। घायलों में महिला, पुरुष और बच्चे सभी शामिल हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
पता चला है कि आज यहां पर साप्ताहिक बाजार था, जिसके चलते बिजावर नगर सहित आसपास के ग्रामों से लोग खरीदारी करने आते हैं, जिससे यहां भीड़ ज्यादा थी और यही कारण है कि ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
घटना की जानकारी लगते ही अपर कलेक्टर सहित पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी जिला अस्पताल पहुंच गए हैं। जहां डॉक्टरों और उनकी टीम द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वहीं, बर्न वार्ड में माकूल व्यवस्था न होने पर मरीजों को मेडिसन वॉर्ड के जीरियाटिक वार्ड में भी भर्ती कराया गया और उनका इलाज किया जा रहा है।