इंदौर न्यूज़: फ्री मेडिकल चेकअप कैंप के लिए 23 करोड़ रुपए देने के नाम पर एनजीओ संचालक से 6 लाख रुपए ठग लिए गए. इस मामले में दो आरोपियों को तो पकड़ लिया गया, जबकि एक फरार हो गया है.
कनाडिया थाना प्रभारी जगदीशप्रसाद जमरे ने बताया कि करुणामय हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन के डायरेक्टर राजेंद्र तिवारी को दिलीप ओझा ने दिल्ली के हरप्रीत सिंह साहनी और मोनिका कुमारी से 23 करोड़ रुपए उनके एनजीओ में दिलाने की बात कही थी. इसमें 15 करोड़ रुपए उन्हें वापस करने थे. इस डील को करने के लिए उन्होंने शर्त रखी थी कि 15 लाख रुपए उन्हें पहले दिखाने होंगे. दोनों के इंदौर आने पर उनके रूकने की व्यवस्था भी होटल में उन्होंने कराई थी. वे दोनों इंदौर आए तो वे ओझा के साथ उनसे मिलने गए थे, तब उनसे 6 लाख रुपए हरप्रीत सिंह ने ले लिए और जल्द बाकी पैसे की व्यवस्था करने का कहा. लेकिन शाम को ही 9 लाख रुपए मांगने लगे और नहीं देने पर डील कैंसिल करने और सीबीआई बुलाने की धमकी देने लगे. इसके बाद जब उन्होंने पैसे देने से इंकार किया तो उन्हें धमकाने लगे. इस दौरान हरप्रीत सिंह मौके से फरार हो गया, जबकि ओझा और मोनिका को लेकर वे थाने पहुंचे. इस मामले में पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है.