भोपाल न्यूज़: राजधानी के व्यापारियों की प्रमुख संस्था भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कहा है कि शहर के व्यापारियों की समस्याओं को यदि हल करवाना है तो एकजुटता का परिचय देना होगा. इसके लिए चैंबर की कार्यकारिणी की बैठक में भी शामिल होना चाहिए. बीते डेढ़ साल में चैंबर की अब तक 18 बैठकें हो चुकी है, लेकिन 8 पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य ऐसे हैं जिन्होंने एक भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया. यह बात चैंबर के अध्यक्ष तेजकुल पाल सिंह पाली ने मीडिया से चर्चा करते हुए दी.
रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए पाली ने बताया कि चैंबर लगातार सरकार, नगर प्रशासन से मिलकर व्यापारियों की समस्याओं को हल करवा रहा है. जीएसटी में जो कमियां हैं, उसके लिए दिल्ली तक आवाज पहुंचाई है. उन्होंने कहा व्यापारिक हित में चैंबर के पदाधिकारियों को कार्यकारिणी की बैठक में उपस्थित होना चाहिए. ऐसे लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे? पूछने पर पाली ने कहा कि पहले समझाइश देंगे फिर नोटिस जारी करेंगे. हालांकि वार्ता के दौरान चैंबर के महामंत्री आदित्य जैन मनयां ने कहा यह चैंबर परिवार का मामला है, आपस में बात करके सुलझा लेंगे. बैठक में चैंबर के कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार बांगड़ एवं प्रवक्ता अजय देवनानी भी उपस्थित थे.
डेढ़ साल में 216 नए सदस्य बनाए, एफडी 63 लाख तक पहुंची
बीसीसीआई ने पिछले डेढ़ साल में 216 नए सदस्य बनाए हैं इसके साथ ही संस्था के एक्टिव मेम्बर्स की संख्या बढक़र 1800 हो गई है. वहीं 980 सदस्य अन-एक्टिव बने हुए हैं. 210 लाइफ टाइम मेम्बर हैं. पिछले डेढ़ साल के दौरान बीसीसीआई की एफडीआर जो 23 लाख रुपए थी वह बढक़र 63 लाख रुपए पर पहुंच गई है. पिछले तीन साल के दौरान हुई दो एजीएम, होली मिलन समारोह, स्वास्थ्य शिविर, कार्यालय के पुनर्निर्माण पर 38 लाख रुपए खर्च किए गए. संस्था पार्किंग, अतिक्रमण, प्रोफेशनल टैक्स आदि मुद्दे सरकार और जिला प्रशासन के सामने उठाए हैं.