अपनी ही सरकार में कलेक्टर के आगे बेबस हैं बीजेपी विधायक, अपमानित करने का लगाया आरोप
बंगले में होने के बाद भी संतरी ने नहीं होने की जानकारी दी
भोपाल: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के भाजपा विधायक राजेश प्रजापति को कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में इंतजार कराया और बिना मिले अपने बंगले पहुंच गए। बंगले में भी मिलने से मना करा दिया तो विधायक ने अपने समर्थकों के साथ बाहर ही धरना शुरू कर दिया। विधायक ने आरोप लगाया कि वे दलित वर्ग से विधायक हैं तो कलेक्टर उनके प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखते और अपमानित करते हैं।
छतरपुर जिले के चंदला से भाजपा विधायक राजेश प्रजापति मंगलवार को कलेक्ट्रेट में मिलने पहुंचे थे लेकिन वे सीएम की वीडियो कांफ्रेंसिंग में चले गए। प्रजापति ने उनसे बात करने की कोशिश की तो वे उन्हें वीडियो कांफ्रेंसिंग से लौटकर आने का कहते हुए वहां से निकल गए। विधायक प्रजापति का कहना है कि इसके बाद उन्होंने कलेक्टर का इंतजार करना उचित समझा और रुक गए। मगर वीडियो कांफ्रेंस से लौटने के बाद कलेक्टर उनसे मिले बिना बंगले चले गए।
बंगले में होने के बाद भी संतरी ने नहीं होने की जानकारी दी
विधायक राजेश प्रजापति ने कहा कि बंगले पर जब वह अपनी पार्टी के मंडल अध्यक्ष व अन्य समर्थकों के साथ पहुंचे तो वहां संतरी ने यह कह दिया कि कलेक्टर साहब बंगले में नहीं है। कुछ देर बाद बंगले से आरटीओ निकले तो विधायक ने उनसे साहब के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि साहब भीतर हैं। फिर क्या था, यह सुनकर प्रजापति की नाराजगी सातवें आसमान पर पहुंच गई और उन्होंने वहीं धरना शुरू कर दिया। काफी देर बाद कलेक्टर शीलेंद्र सिंह बंगले से बाहर निकले लेकिन विधायक ने उन पर आरोप लगाया कि वे अक्सर उनका अपमान करते हैं।