मध्य प्रदेश के त्रिस्तीय पंचायत चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे है। शनिवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि गुना में दिग्विजयसिंह का सूपड़ा साफ हो गया है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद की विधानसभा में आने वाली चार में तीन जनपद पंचायतों में कांग्रेस के प्रत्याशी हार गए।
मध्य प्रदेश के त्रिस्तीय पंचायत चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे है। शनिवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि गुना में दिग्विजयसिंह का सूपड़ा साफ हो गया है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद की विधानसभा में आने वाली चार में तीन जनपद पंचायतों में कांग्रेस के प्रत्याशी हार गए।
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मीडिया को ग्रामीण निकाय चुनाव के परिणामों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश की 52 जिला पंचायतों में चुनाव हुए थे, जिनमें से 44 जिला पंचायतों में भाजपा को ऐतिहासिक बहुमत मिला है। 84 प्रतिशत जिला पंचायतों में भाजपा को सफलता मिली है। शर्मा ने कहा कि 8 अन्य जिलों में भी भाजपा की जिला पंचायत बनाने के लिए प्रयास चल रहे हैं। इनमें से 3 जिलों में थोड़ी कठिनाई रही है, लेकिन 29 तारीख को स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
जनपद पंचायतों में 74.44 प्रतिशत सफलता
शर्मा ने कहा कि प्रदेश की 313 जनपद पंचायतों में से 233 में भाजपा के लोग जीते हैं। इस हिसाब से इनमें भाजपा की सफलता दर करीब 74.44 फीसदी रही है। शर्मा ने कहा कि बचे हुए स्थानों से भी अभी पार्टी के पक्ष में जानकारी मिल रही है और 27-28 तारीख को और भी बेहतर स्थिति सामने आने की उम्मीद है।
19863 पंचायतों में भाजपा के सरपंच
शर्मा ने कहा कि प्रदेश की 22924 पंचायतों में चुनाव हुए थे। इनमें से 19863 पंचायतों में भाजपा समर्थित सरपंच चुने गए हैं। इसके अनुसार प्रदेश की 87 प्रतिशत पंचायतों में सरपंच भाजपा के रहेंगे। शर्मा ने कहा कि पंचायत चुनाव में सबसे खास बात यह रही कि 650 पंचायतों में भाजपा के प्रत्याशी निर्विरोध जीते हैं।
विकास के नए आयाम खुलेंगे
शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने यह चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा था और जनता ने भी पार्टी प्रत्याशियों को वोट के रूप में जो अपना स्नेह और आशीर्वाद दिया है, वह विकास के लिए ही है। पार्टी प्रत्याशियों को इस चुनाव में जो बहुमत मिला है, जनता ने उनके ऊपर जो भरोसा जताया है, इससे विकास के प्रति उनकी जिम्मेदारी बढ़ी है और आने वाले समय में ग्रामीण निकायों में विकास के नए आयाम खुलेंगे।
कांग्रेस के धुरंधरों का सूपड़ा साफ
शर्मा ने कहा कि ग्रामीण निकाय चुनाव में प्रदेश की जनता ने गुंडिज्म और तिकड़म की राजनीति करने वाले कांग्रेस के धुरंधरों को अच्छा सबक सिखाया है। गुना में दिग्विजयसिंह का सूपड़ा साफ हो गया है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद की विधानसभा में आने वाली चार में तीन जनपद पंचायतों में कांग्रेस के प्रत्याशी हार गए। इंदौर में मतदाताओं ने कांग्रेस को सबक सिखाया है और भिंड में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। अल्पसंख्यकों को अपना वोटबैंक मानकर राजनीति करने वाली कांग्रेस को बुरहानपुर के मतदाताओं ने ऐसा सबक सिखाया है कि कांग्रेस कभी भूलेगी नहीं। बुरहानपुर के मतदाताओं ने कांग्रेस मुक्त जिला पंचायत बनाई है। छिंदवाड़ा में भी कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं रही है। उन्होंने कहा कि इन चुनावों ने यह बता दिया है कि झूठ बोलने वाली, जनता को गुमराह करने वाली ताकतें बुरी तरह असफल रही हैं।