गोल्डन कार्ड बनाने में बांका से भी पीछे भागलपुर

Update: 2023-09-22 08:28 GMT

भागलपुर: आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने में भागलपुर और बांका जिले की स्थिति बेहतर नहीं है. दोनों जिला लक्ष्य से अभी काफी दूर है. हालांकि अभी तक कार्ड बनाने में भागलपुर जिले से बांका आगे चल रहा है.

आयुक्त दयानिधान पांडेय ने गोल्डन कार्ड बनाने की धीमी गति पर दोनों जिलों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तेजी लाने का निर्देश दिया. अक्टूबर में भी आयुक्त इस योजना की समीक्षा करेंगे. आयुक्त की अध्यक्षता में आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा की गयी. क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के सचिव मो. वारिस खान ने बताया कि अभी तक भागलपुर जिले में लक्ष्य का 12.5 प्रतिशत और बांका में 18.52 प्रतिशत गोल्डन कार्ड बना है. हालांकि मार्च की तुलना में अगस्त में सुधार हुआ है. मार्च से अगस्त के बीच भागलपुर जिले के खरीक और बिहपुर प्रखंड में अच्छी प्रगति हुई है. बिहपुर में मार्च तक 6181 कार्ड बना था. जुलाई तक में यह आंकड़ा बढ़कर 10703 हो गया. उसी तरह खरीक प्रखंड का आंकड़ा 9646 से बढ़कर 11010 हुआ है. सचिव ने बताया कि जिला कार्यक्रम समन्वयक को इसकी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया है. सितम्बर माह की प्रगति की समीक्षा आयुक्त अक्टूबर में करेंगे.

प्रगति संतोषजनक नहीं पाये जाने पर कार्रवाई की जाएगी. आरटीए सचिव ने बताया कि देश में 17 सितम्बर से दो अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम शुरू किया गया है. इस दौरान जिले में आयुष्मान भारत के छुटे लाभार्थियों का निबंधन कराया जाएगा. सभी हेल्थ एंड वेलनस सेंटर में सप्ताह में दो दिन स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाएगा. दो अक्टूबर को ग्राम सभा और वार्ड सभा का आयोजन किया जाएगा. उसमें भी गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए प्रचार-प्रसार किया जाएगा. सचिव ने बताया कि सभी आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका और विकास मित्र को प्रत्येक माह 10 आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाने का लक्ष्य दिया गया है. टोलासेवकों को पांच का लक्ष्य दिया गया है. प्रत्येक प्रखंड के लिए जिलाधिकारी एक नोडल पदाधिकारी नामित करेंगे. बैठक में डीएम सुब्रत कुमार सेन, मेयर डॉ. बसुन्धरा लाल और आयुक्त के सचिव अभय कुमार सिंह उपस्थित थे.

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