Indore इंदौर: तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल के उत्पादों में चल सकने वाला Video conference platform तैयार करने के नाम पर ऑस्ट्रेलिया के एक नागरिक से करीब एक करोड़ रुपये की ठगी के आरोप में इंदौर के एक वेब डेवलपर को गिरफ्तार किया गया है। साइबर पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
साइबर पुलिस की इंदौर स्थित क्षेत्रीय इकाई के पुलिस अधीक्षक ने बृहस्पतिवार को मीडिया को बताया कि ऑस्ट्रेलिया के सनदी लेखाकार पॉल शेफर्ड के एक वकील की शिकायत पर वर्ष 2023 में दर्ज मामले की जांच के बाद इंदौर में स्वतंत्र रूप से काम करने वाले वेब डेवलपर मयंक सलूजा (42) को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि एक वेबसाइट पर हुए संपर्क के बाद शेफर्ड ने सलूजा को वीडियो कॉन्फ्रेंस का प्लेटफॉर्म तैयार करने का काम सौंपा था।
बताया कि सलूजा ने शेफर्ड को कथित तौर पर झांसा दिया कि उसका एप्पल कंपनी के अधिकारियों से संपर्क है और वह ऐसा वीडियो कॉन्फ्रेंस प्लेटफॉर्म तैयार कर सकता है जो इस कंपनी के उत्पादों-आईफोन, आईपैड और मैकबुक में आसानी से चल सकेगा। उन्होंने बताया,‘‘सलूजा ने Shepherd को यह झांसा भी दिया कि वीडियो कॉन्फ्रेंस प्लेटफॉर्म को एप्पल के उत्पादों से जोड़ने के लिए एक गैर सरकारी संगठन बनाना पड़ेगा क्योंकि इस संगठन के नाम पर ही एप्पल से भागीदारी का करार हो सकेगा।"
Police अधीक्षक के मुताबिक इन झांसों के बूते आरोपी ने ऑस्ट्रेलिया के नागरिक से अलग-अलग किश्तों में लगभग 1.77 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर ठग लिए जो मौजूदा विनिमय दर के मुताबिक भारतीय मुद्रा के लगभग एक करोड़ रुपये के बराबर हैं। उन्होंने बताया कि साइबर पुलिस ने सलूजा के तैयार किए जा रहे वीडियो कॉन्फ्रेंस प्लेटफॉर्म के उपयोग के अधिकार एक स्थानीय अदालत की अनुमति से हासिल कर लिए हैं ताकि आरोपी सबूत मिटा न सके।