इंदौर न्यूज़: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टियर-2 व टियर-3 सिटी को विकसित कर वहां शहरों जैसी प्लानिंग का मंत्र दिया है. उनकी मंशा महानगरों में बढ़ रही आबादी को रोकना है. जल्द ही इस संबंध में कुछ नीति जारी होगी. प्रदेशों को इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है. जिससे मास्टर प्लान तैयार करके नियोजित विकास किया जा सके. इसके लिए देश व प्रदेश में टाउन प्लानर की संख्या बढ़ानी होगी. हमारी सरकार के पास 1 लाख की जनसंख्या पर एक टाउन प्लानर भी नहीं है. ऐसे में मास्टर प्लान समय पर मिलना मुश्किल होता है.
यह जानकारी देश की नगर नियोजक संस्थान के अध्यक्ष व केंद्र के पूर्व चीफ प्लानर डॉ डीएस मेश्राम और महासचिव प्रदीप कपूर ने दी. उन्होंने बताया, इस चुनौती से निपटने के लिए संस्थान भी नेटवर्क बढ़ा रहा है. उन्होंने बताया यूके में एक लाख जनसंख्या पर 38 टाउन प्लानर हैं. इस कमी को दूर करने के लिए संस्थान ने 66 संस्थानों में इस कोर्स को शुरू किया है. इंदौर में भी तीन संस्थानों में टाउन प्लानर तैयार हो रहे हैं.
मार्च तक आएगा ड्राफ्ट प्लान
इंदौर क्षेत्रीय केंद्र के शुभाशीष बनर्जी ने बताया, प्रदेश में डिजिटल मास्टर प्लान बना रहे हैं. इंदौर के मास्टर प्लान पर भी काम जारी है. मार्च तक ड्राफ्ट प्लान तैयार करने का लक्ष्य है. उन्होंने बताया, प्रदेश में टाउन प्लानर की संख्या जनसंख्या के अनुपात में कम है. नीति आयोग की सिफारिश के बाद सरकार ने 262 पद स्वीकृत किए हैं. जिन पर नियुक्ति की जानी है. उन्होंने बताया, इंदौर के लिए मेट्रोपॉलिटिन मास्टर प्लान उपयुक्त होगा. प्लान में देरी के सवाल पर उन्होंने कहा, इस बार डिटेल स्टडी कर रहे हैं. इसमें देरी हो रही है.
नगर नियोजकों का सम्मेलन आज
इंदौर क्षेत्रीय केंद्र की समन्वयक दिप्ती व्यास ने बताया, संस्थान के पश्चिम क्षेत्र के नगर नियोजकों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. इसमें नगर नियोजन व विकास की पुनर्कल्पना विषय पर चर्चा होगी. सम्मेलन में राजस्थान, गुजरात, छग, गोवा के नियोजक हिस्सा लेंगे. आयोजन निजी होटल में होगा.
केंद्र सरकार का जोर टियर-2 व टियर-3 को विकसित कर माइग्रेशन रोके