Alwar अलवर: इस बार प्याज उत्पादक किसानों की किस्मत चमक गई है। अलवर प्याज उत्पादन में अग्रणी है, ऐसे में प्याज यहां के किसानों के लिए मोटे मुनाफे का सौदा साबित हुआ है। प्याज की भरपूर फसल ने किसानों के हालात बदल दिए हैं। शनिवार को मंडी की छुट्टी के चलते रविवार से सोमवार आज सुबह तक एक लाख से अधिक प्याज के कट्टे मंडी में पहुंच चुके हैं। प्याज की आवक का सिलसिला देर रात तक जारी रहा था।
स्थिति यह हो गई कि मंडी में इतनी बड़ी संख्या में प्याज के कट्टे और उन्हें लाने वाले वाहनों के कारण जाम लग गया, जो देर रात तक बना रहा। इस जाम में एक एम्बुलेंस भी फंस गई, जिससे मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम के कारण कई वाहन फंसे रहे, जो देर रात तक निकल नहीं सके। बाद में, लोगों ने एडीएम सिटी बीना महावर से संपर्क किया, जिन्होंने जाम खुलवाने का आश्वासन दिया।
हालांकि, प्याज की भारी आवक के कारण कुछ किसानों को नुकसान भी हुआ है। मंडी में प्याज की अधिकता के चलते प्याज के भाव 50 रुपये प्रति मन तक गिर गए। प्याज की गुणवत्ता के अनुसार सोमवार को थोक भाव 1000 से 1600 रुपये प्रति मन रहे। शुक्रवार को प्याज के भाव 700 से 1600 रुपये प्रति मन थे और उस दिन करीब 32 हजार कट्टे प्याज आई थी। शनिवार की छुट्टी के बाद प्याज की आवक एक लाख कट्टों तक पहुंच गई।
रविवार सुबह से ही लोडिंग टेम्पो, पिकअप और ट्रैक्टरों में प्याज लाकर मंडी में उतारी जाने लगी जो सुबह तक जारी रही। प्याज की इतनी अधिक मात्रा के कारण फल-सब्जी मंडी और थोक प्याज मंडी में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, और कुछ कट्टे अनाज मंडी में भी उतारे गए।
कुछ किसानों ने बताया कि अलवर की प्याज की मांग देशभर के 16 राज्यों में है। अलवर की प्याज का स्वाद मीठा और खाने में अच्छा होने के कारण इसका एक अलग ही स्थान है। मंडी अध्यक्ष कैलाश चंद सैनी ने बताया कि अलवर की प्याज की विशेष मांग है और यह भारत के अन्य हिस्सों में भी प्रसिद्ध है।