पिक एंड ड्रॉप में आने वाले यात्रियों से जबरिया वसूली का आरोप

रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर 6 पर रोजाना हजारों लोगों का आवागमन होता है

Update: 2024-03-18 05:36 GMT

भोपाल: भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर 6 पर रोजाना हजारों लोगों का आवागमन होता है। यात्रियों को रिसीव करने, छोड़ने उनके परिजन रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं। ऐसे में हर दिन सैकड़ों टू व्हीलर, फोर व्हीलर स्टेशन आते हैं। पिक एंड ड्रॉप में आने वाले यात्रियों से जबरिया वसूली की जाती है।

इस संबंध में यहां कोई बड़ा सूचना बोर्ड भी नहीं है। इसका विरोध करने पर पार्किंग कॉन्ट्रेक्टर के कर्मी यात्रियों और उनके परिजनों के साथ बदतमीजी भी की जाती है। जबकि व्यवस्था अनुसार पिक एंड ड्रॉप का चार्ज 15 मिनट तक नहीं लिया जा सकता। इस स्थिति से रेलवे परिचित है लेकिन वह वैधानिक कार्रवाई नहीं कर रहा। ट्रैफिक पुलिस और आरपीएफ भी इस दिशा में चुप है।

दूसरी समस्या रिक्शा चालक है। यह स्टेशन की इंटीग्रेटेड पार्किंग व्यवस्था का पालन नहीं कर रहे हैं। वे अपने ऑटो रिक्शा को सीधे भीतर तक ले जा रहे हैं। इस वजह से पार्किंग कांट्रेक्टर ने इनसे चार्ज वसूलना शुरू कर दिया है। वह पिक एंड ड्रॉप लाइन व्यवस्था का भी पालन नहीं कर रहे। इस वजह से जो आम यात्री अपने दो पहिया या कार से जा रहे हैं, उनसे भी वहां मौजूद कर्मचारी, गाड़ी खड़ी करते ही चार्ज वसूल रहे हैं।

10 रुपए चार्ज ले रहे हैं...

निशातपुरा निवासी अरविंद कुमार राजू ने बताया कि वह शुक्रवार को दोपहर में यात्रियों को मेमू पर ड्रॉप करने गया था। गाड़ी साइड में लगाकर सामान उतारने के दौरान दस रुपए ले लिए गए। कोई पर्ची भी नहीं दी। वहीं, करोंद निवासी भगवान दास ने बताया कि गाड़ी सहित जब वह पार्किंग के भीतर गया, तो पर्ची दे दी गई। पांच मिनट बाद पर्ची वापस लेकर 10 रुपए ले लिए। सवाल करने पर पार्किंग कॉन्ट्रेक्टर के कर्मी अभद्रता करते हैं।

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