16 में से 13 महापौर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के बाद भाजपा में तीन सीटों पर मंथन जारी
मध्य प्रदेश में 16 में से 13 महापौर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के बाद भाजपा में तीन सीटों पर मंथन जारी है।
मध्य प्रदेश में 16 में से 13 महापौर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के बाद भाजपा में तीन सीटों पर मंथन जारी है। इंदौर के महापौर प्रत्याशी के तौर पर हाईकोर्ट वकील पुष्यमित्र भार्गव का नाम लगभग तय है। इसी तरह ग्वालियर में सुमन शर्मा के नाम पर सहमति बनने की बात कही जा रही है। हालांकि, इन दोनों ही प्रत्याशियों को लेकर आधिकारिक घोषणा अब तक नहीं हुई है।
भाजपा संगठन में इंदौर के प्रत्याशी चयन को लेकर घमासान मचा है। एक के बाद एक नाम आ रहे हैं और किसी न किसी वजह से फैसला टल रहा है। मंगलवार को वरिष्ठ भाजपा नेताओं को इंदौर से भोपाल बुलवाया गया था। ताकि उनसे रायशुमारी की जा सके। सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदौला, विधायक मालिनी गौड़, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा समेत इंदौर नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे भी भोपाल के लिए निकले थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने इन नेताओं से चर्चा की। पांच घंटे तक यह नेता प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर ही रहे।
इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की वीडी शर्मा और मुरलीधर राव के साथ बैठक हुई। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में पुष्यमित्र भार्गव के नाम पर सहमति बन गई है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होना बाकी है। पुष्यमित्र भार्गव इंदौर खंडपीठ में अतिरिक्त महाधिवक्ता है। वह गुवाहाटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री के रूप में 2005 से 2007 तक रहे। इस दौरान उन्होंने असम में एबीवीपी से छात्र-छात्राओं को जोड़ा। उन्होंने एबीवीपी के इंदौर संयोजक और मध्यभारत प्रांत में मुख्य भूमिका निभाई है। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में एबीवीपी की नींव मजबूत करने का भी श्रेय उन्हें जाता है। ग्वालियर में भी सुमन शर्मा के नाम पर सभी स्थानीय नेताओं के बीच सहमति बनने की बात कही जा रही है। स्थानीय नेताओं के विरोध के बाद माया सिंह ने इच्छा जताई थी कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं।