दुर्ग। दुर्ग के अमलेश्वर थाने में सरगुजा अपर कलेक्टर ने जमकर हंगामा मचाया। अपर कलेक्टर ने थाना प्रभारी से लेकर दूसरे पुलिस कर्मियों पर शराब के नशे में गाली गलौच करने का आरोप लगाया है। जब मामले की जानकारी बड़े अधिकारियों तक पहुंची, तो आनन फानन में पुलिस कर्मियों का मेडिकल कराया गया। जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव निकली।
वाहन चेकिंग में पकड़ी गई कार
दरअसल यह सारा विवाद रायपुर-दुर्ग बॉर्डर के महादेव घाट अम्लेश्वर का है। यहां अमलेश्वर थाने के चेकिंग प्वाइंट पर रायपुर से आने वाली गाड़ियों की चेकिंग की जा रही थी। इस दौरान थाना प्रभारी राजेंद्र यादव, उपनिरीक्षक विजय मिश्रा, उप निरीक्षक सीदार और अन्य स्टाफ चेकिंग ड्यूटी पर था। पुलिस ने महादेव घाट की ओर से जा रही सफेद रंग की कार को रोका, तो कार पर अपर कलेक्टर का बोर्ड लगा था।
पूछताछ में पुलिस को दिए गोलमोल जवाब
पुलिस ने जब जांच की तो कार में कोई अफसर नहीं था। पूछने पर कार सवारों ने पहले बात घूमाने का प्रयास किया। उसके बाद कहने लगे कि किसी को लेने जा रहे हैं। इसके बाद निरीक्षक राजेंद्र यादव ने कहा कि जब अधिकारी नहीं है तो इसे लाल पट्टी से ढक दिया करो और सरकारी गाड़ी का दुरुपयोग से बचो। यह गाड़ी सरगुजा के अपर कलेक्टर तनुजा सलाम की थी।
किसी भी पुलिसकर्मी ने नहीं पी रखी थी शराब: पुलिस
एएसपी संजय ध्रुव ने बताया तनुजा सलाम अपने भाई और भांजे के साथ तत्काल पुलिस थाने पहुंची और पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाया कि पुलिस ने शराब पी रखी थी। जिसके बाद तत्काल सभी पुलिस कर्मियों की जांच कराई गई। तो किसी भी पुलिसकर्मी ने शराब नहीं पी रखी थी। बहरहाल इस पूरे मामले को अब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है।