मध्य प्रदेश में सडक़ हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां आए दिन कहीं न कहीं सडक़ हादसों में लोग असमय काल के गाल में समां रहे हैं। ताजा मामला शुक्रवार सुबह विदिशा-सागर रोड का है। यहां बीना से होशंगाबाद की ओर जा रही बरातियों से भरी एक बस एक बाइक को रौंदते हुए सडक़ किनारे बन रहे निर्माणाधीन मकान में जा घुसी। इस हादसे में बाइक सवार पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं करीब बारह से अधिक लोग घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को रेस्क्यू किया।
जानकारी के अनुसार भोपाल-बैतूल मार्ग पर चलने वाली एक बस नर्मदापुरम के डोलरिया गांव से बीना गौढ़ समाज की बारात लेकर गई थी। शुक्रवार सुबह सभी बाराती शादी में शामिल होने के बाद वापस लौट रहे थे। इस दौरान सुबह करीब दस बजे विदिशा-सागर रोड पर ग्यारसपुर थाना क्षेत्र के चक पाटनी गांव के पास नादौर गांव के दो मजदूर बाइक पर काम के लिए निकले थे। तभी नेशनल हाईवे पर बाइक सवार सडक़ पार कर रहे थे। उनके अचानक सामने आने से बस चालक नियंत्रण खो बैठा और बस बाइक सवारों को कुचलते हुए पास में ही एक निर्माणाधीन मकान में जा घुसी। हादसे में बाइक सवार दोनों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान रवि और उनके पिता उधम सिंह के रूप में हुई है। दुर्घटना में बस बारह से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों में बस ड्राइवर की हालत गंभीर है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के लोगों की मदद से घायलों को रेस्क्यू किया। घायलों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया है। सभी घायलों को विदिशा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल में एसपी मोनिका शुक्ला, एडीएम वृंदावन सिंह सहित तमाम अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधि व बचाव दल के सदस्य पहुंच गए थे।
टक्कर इतनी भीषण थी कि बरातियों से भरी बस पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। जिसके बाद बारातियों को वैकल्पिक व्यवस्था कर रवाना कर दिया गया है। विदिशा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने बताया कि बाइक सवार सडक़ क्रास कर रहे थे। उनके अचानक सामने आने से बस चालक नियंत्रण खो बैठा और बस बाइक सवारों को टक्कर मारती हुई पास में ही एक निर्माणाधीन मकान में जा घुसी। घटना में बस चालक सहित 5 बाराती घायल हुए हैं। सभी को जिला अस्पताल भेजा गया है। बस में करीब 55 बाराती थे। दूल्हा-दुल्हन एक अलग वाहन से आ रहे थे। बस के शेष सभी बारातियों को स्थानीय प्रशासन ने अलग वाहन से उनके गांव भेजने का इंतजाम किया है।